नई दिल्ली: दिल्ली में बाढ़ से उत्पन्न हालात पर प्रधानमंत्री खासे चिंतित हैं. वह फ्रांस दौरे पर हैं, लेकिन दिल्ली में बाढ़ से जिस कदर जनजीवन प्रभावित हुआ है, इसकी चिंता उन्हें वहां भी सता रही है. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के अनुसार गुरुवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस से फोन कर उनसे बात की और दिल्ली के हालात के बारे में चर्चा की. उपराज्यपाल ने इसकी जानकारी ट्विटर भी साझा की है.
प्रधानमंत्री से हुई बातचीत का जिक्र करते हुए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस से फोन कर दिल्ली में जलभराव और बाढ़ की स्थिति और उससे निपटने के लिए किये जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी ली है. उन्होंने केंद्र सरकार से हरसम्भव सहायता लेकर दिल्ली के हित में समुचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. दिल्ली में बाढ़ से उत्पन्न हालात को लेकर गुरुवार दोपहर में उपराज्यपाल की अध्यक्षता में ही दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक हुई थी, जिसमें दिल्ली में जलभराव रिंग रोड पर पानी जमा होने से ट्रैफिक जाम आदि की समस्या को देखते हुए अहम निर्णय लिए गए.
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में ही रविवार तक के लिए सभी स्कूल, कॉलेज को बंद करने के आदेश दिए गए हैं तथा दिल्ली में अन्य राज्यों से आने वाले भारी वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है. सरकारी कार्यालयों में जहां तक संभव हो वर्क फ्रॉम होम को लागू करने के भी फैसला लिया गया. उपराज्यपाल स्वयं बाढ़ प्रभावित इलाकों में जायजा ले रहे हैं. इस बीच जो हालात बने हैं उसे देखते हुए अब प्रधानमंत्री ने उपराज्यपाल को केंद्र सरकार से हर संभव सहायता के निर्देश दिए हैं.
उधर, दिल्ली में यमुना का जलस्तर गुरुवार दोपहर बाद से 208.60 मीटर के करीब स्थिर है. बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए एनडीआरएफ की 12 टीमें काम कर रही है. गुरुवार को दिल्ली के कश्मीरी गेट, लालकिले, राजघाट समेत आईटीओ आदि प्रमुख स्थानों पर पानी भर जाने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. दिल्ली में बाढ़ से बिगड़े हालात के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई थी.
सीएम केजरीवाल ने लिखी थी गृह मंत्री को चिट्ठीः अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था. जिसमें जिक्र किया था कि दिल्ली देश की राजधानी है. कुछ सप्ताह बाद यहां G-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. देश की राजधानी दिल्ली में बाढ़ की खबर से दुनिया में अच्छा संदेश नहीं जाएगा. इसलिए सबको मिलकर स्थिति स्थिति से दिल्ली के लोगों को बचाना है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृहमंत्री से निवेदन किया था कि यदि संभव हो तो हथिनी कुंड बैराज से पानी को एक सीमित गति से ही छोड़ा जाए. दिल्ली में यमुना का स्तर और ना बढ़े.