वलसाड: गुजरात में भारी बारिश के बाद विभिन्न क्षेत्रों में बचाव कार्य युद्धस्तर पर बचाव कार्य चलाया जा रहा है. वहीं राज्य में बारिश के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है. यहां वलसाड जिले के निचले इलाकों में बाढ़ के बाद यहां फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक अब तक यहां से 300 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. इसके साथ ही 4 लोगों का हेलीकॉप्टर द्वारा भी रेस्क्यू किया गया है एवं अन्य को बचाने का प्रयास जारी है. मौसम विभाग के अनुसार छोटा उदयपुर के बोडेली तालुका में ही पिछले 24 घंटे में 22 इंच बारिश हो चुकी है.
अधिकारियों ने बताया कि वलसाड के कुछ निचले इलाकों में बाढ़ का कारण ओरसांग नदी का जलस्तर बढ़ना है. वहीं, कावेरी और अंबिका नदियां भी अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, इसलिए नवसारी जिले के अधिकारी भी अलर्ट पर हैं. बताया गया कि शनिवार रात और रविवार की सुबह वलसाड और नवसारी जिलों में भारी बारिश हुई. उन्होंने बताया कि छोटा उदयपुर और नर्मदा जिलों में भी भारी बारिश हुई, जिससे नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है. जिलाधिकारी अमित प्रकाश यादव ने कहा, 'नवसारी जिले में कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. हम निचले इलाकों से लोगों को निकाल रहे हैं.
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मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात के डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में अगले पांच दिन में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. अधिकारियों ने बताया कि छोटा उदयपुर, पंचमहल (दोनों मध्य गुजरात में) और डांग जिले के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई. छोटा उदयपुर के बोडेली तालुका में बारिश के कारण उच और हेरान नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है.