नई दिल्लीः हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर गुरुवार को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में शोभायात्रा निकाली गई. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय परिसर स्थित हनुमान मंदिर में जाकर बजरंगबली की पूजा की और उनका आशीर्वाद लिया. वहीं, इस बार शोभायात्रा के लिए सुर्खियों में जहांगीरपुरी इलाका रहा.
दरअसल, गत वर्ष हनुमान जन्मोत्सव के दिन 16 अप्रैल को वहां पर शोभायात्रा निकली थी तो इसमें बवाल मचा था. दो समुदायों के बीच झड़प होने से कई दिनों तक इलाके में दंगे जैसे हालात बने रहें. इस बार जहांगीरपुरी इलाके में शांतिपूर्ण तरीके से शोभायात्रा निकली. इसको लेकर दो दिन पहले से ही पुलिस तैयारी शुरू कर दी थी. शोभायात्रा के लिए महज 200 मीटर तक निकालने की परमिशन पुलिस ने दी, लेकिन आयोजक इससे नाराज दिखाई दिए.
आज शोभायात्रा के लिए जब हजारों की संख्या में वहां हुजूम उमड़ा, तब पुलिस को भी व्यवस्था बनाने में पसीने छूटने लगे. निर्धारित दूरी तक उन्होंने बैरिकेडिंग की. इसके अलावा शोभायात्रा के दौरान असामाजिक तत्व किसी तरह की गड़बड़ी न फैला सके, इसलिए जगह-जगह पुलिस और सुरक्षा बल को तैनात कर दिया गया. ड्रोन से भी निगरानी की जाने लगी.
कपिल मिश्रा को पुलिस ने रोकाः इस शोभायात्रा में शामिल होने के लिए जब बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा पहुंच रहे थे तो रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक दिया. कपिल मिश्रा को पहले सिविल लाइन थाने ले जाया गया और वहां काफी देर तक बैठाया, उसके बाद फिर उन्हें शोभायात्रा में शामिल होने की इजाजत दी. मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने बेहतर इंतजाम किया है और बड़े अच्छे तरीके से शोभायात्रा निकालकर सब हम लोग हनुमान जी के जन्मोत्सव को मनाएंगे.
शोभायात्रा के रूट को परमिशन नहींः दिल्ली के जहांगीरपुरी में विश्व हिंदू परिषद की श्री हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा का जो रूट तय किया गया था, पुलिस उस रूट की परमिशन नहीं दी. उस रूट से दूसरे रूट की परमिशन दी गई है और पुलिस द्वारा जिस रूट की परमिशन दी गई, वह 200 से 250 मीटर तक का ही है. आयोजक पुराने रूट पर ही शोभा यात्रा निकालना चाह रहे हैं और उसी बात पर अड़े रहे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. शाम चार बजे आयोजक और पुलिस दोनों पक्षों में सहमति बनी है.
इस बीच दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे गए थे. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर देवेंद्र पाठक खुद जहांगीरपुरी की सड़कों पर अधिकारियों के साथ और पुलिस बल के साथ मार्च पास्ट किया ताकि लोगों में समन्वय बना रहे. शाम चार बजे आयोजकों ने निर्धारित दूरी तक शोभायात्रा निकाला और उसके बाद उसके समापन का ऐलान कर दिया.
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