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सीएम योगी ले रहे थे मीटिंग और बाहर भाई के कंधे पर तड़प-तड़प कर मर गया रामबदन

यूपी के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में स्ट्रेचर न मिलने पर कोरोना संक्रमित मरीज को कंधे पर लादकर उसका भाई मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में ले जाता दिख रहा है. वहीं कोरोना संक्रमित मरीज को समुचित इलाज नहीं मिलने पर भाई के कंधे पर ही उसकी मौत हो गई. यह वाकया तब हुआ जब सीएम योगी बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ऑफिस में वर्चुअल बैठक कर रहे थे.

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Published : May 11, 2021, 5:12 PM IST

Updated : May 11, 2021, 7:36 PM IST

गोरखपुर : बीआरडी मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, यहां मरीज रामबदन को ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके कारण मरीज को कंधे पर लादकर उसका भाई बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोविड वॉर्ड पहुंचा, लेकिन वहां भी मरीज को भर्ती नहीं किया गया और कोरोना संक्रमित मरीज ने भाई के कंधे पर ही दम तोड़ दिया.

वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने इस मामले को लेकर कहा कि बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, स्ट्रेचर रोड पर नहीं अस्पताल में होता है. इतना ही नहीं जिस समय यह वाकया हुआ उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर गोरखपुर और बस्ती मंडल के अधिकारियों के साथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ऑफिस में वर्चुअल बैठक कर रहे थे और सीएम के प्रोटोकॉल के तहत रामबदन के परिजनों को बाहर ही रोक दिया गया.

सीएम योगी के प्रोटोकॉल ने ले ली रामबदन की जान!

क्या है पूरा मामला

मिली जानकारी के अनुसार, भटहट निवासी रामबदन चौहान मुंबई में पेंट पॉलिश का काम करता था. बीते 3 दिन पहले ही मुंबई से अपने घर पहुंचा था. घर पर अचानक उसकी तबीयत खराब हुई और सांस लेने में तकलीफ होने लगी. इस पर परिजनों को कोरोना का शक हुआ. जिसके बाद परिजन मरीज को लेकर भटहट के सीएचसी पहुंचे जहां पर जांच में मरीज कोविड पॉजिटिव निकला. सीएचसी के चिकित्सकों ने मरीज को तत्काल गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ले जाने की बात कही. जिस पर परिजन मरीज को लेकर बिना समय गंवाए बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे. जहां पर सीएम प्रोटोकॉल के तहत उन्हें बाहर ही रोक दिया गया और परिजनों से मरीज को पैदल ही वॉर्ड तक ले जाने का निर्देश दिया गया.

परिजनों ने जब स्ट्रेचर की मांग की तो उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला. परिजनों ने बाहर खड़े एम्बुलेंस वालों से भी मरीज को कोविड वॉर्ड तक छोड़ने का आग्रह किया, लेकिन एम्बुलेंस वाले भी तैयार नहीं हुए. हार कर संक्रमित मरीज रामबदन का छोटा भाई विष्णु अपने कंधे पर लादकर अपने बड़े भाई को कोविड वार्ड लेकर पहुंचा. इसके बावजूद संक्रमित मरीज को तत्काल भर्ती नहीं किया गया. जिसकी वजह से संक्रमित मरीज ने इलाज के अभाव में भाई के कंधे पर ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.

वीडियो हुआ वायरल

यह वीडियो तेजी से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है. एक तरफ सूबे के मुखिया संक्रमितों को समुचित इलाज देने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ यह वीडियो उनकी मौजूदगी में बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन के दावों की हकीकत बयां कर रहा है.

क्या बोले मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य
इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश ने कहा कि यह मामला मुझे नहीं पता, कुछ लोग बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. स्ट्रेचर रोड पर नहीं, बल्कि वार्ड में होता है.

पढ़ेंः पिछले दो दिनों में कोरोना केस की रिपोर्ट में गिरावट : स्वास्थ्य मंत्रालय

गोरखपुर : बीआरडी मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, यहां मरीज रामबदन को ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके कारण मरीज को कंधे पर लादकर उसका भाई बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोविड वॉर्ड पहुंचा, लेकिन वहां भी मरीज को भर्ती नहीं किया गया और कोरोना संक्रमित मरीज ने भाई के कंधे पर ही दम तोड़ दिया.

वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने इस मामले को लेकर कहा कि बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, स्ट्रेचर रोड पर नहीं अस्पताल में होता है. इतना ही नहीं जिस समय यह वाकया हुआ उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर गोरखपुर और बस्ती मंडल के अधिकारियों के साथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ऑफिस में वर्चुअल बैठक कर रहे थे और सीएम के प्रोटोकॉल के तहत रामबदन के परिजनों को बाहर ही रोक दिया गया.

सीएम योगी के प्रोटोकॉल ने ले ली रामबदन की जान!

क्या है पूरा मामला

मिली जानकारी के अनुसार, भटहट निवासी रामबदन चौहान मुंबई में पेंट पॉलिश का काम करता था. बीते 3 दिन पहले ही मुंबई से अपने घर पहुंचा था. घर पर अचानक उसकी तबीयत खराब हुई और सांस लेने में तकलीफ होने लगी. इस पर परिजनों को कोरोना का शक हुआ. जिसके बाद परिजन मरीज को लेकर भटहट के सीएचसी पहुंचे जहां पर जांच में मरीज कोविड पॉजिटिव निकला. सीएचसी के चिकित्सकों ने मरीज को तत्काल गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ले जाने की बात कही. जिस पर परिजन मरीज को लेकर बिना समय गंवाए बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे. जहां पर सीएम प्रोटोकॉल के तहत उन्हें बाहर ही रोक दिया गया और परिजनों से मरीज को पैदल ही वॉर्ड तक ले जाने का निर्देश दिया गया.

परिजनों ने जब स्ट्रेचर की मांग की तो उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला. परिजनों ने बाहर खड़े एम्बुलेंस वालों से भी मरीज को कोविड वॉर्ड तक छोड़ने का आग्रह किया, लेकिन एम्बुलेंस वाले भी तैयार नहीं हुए. हार कर संक्रमित मरीज रामबदन का छोटा भाई विष्णु अपने कंधे पर लादकर अपने बड़े भाई को कोविड वार्ड लेकर पहुंचा. इसके बावजूद संक्रमित मरीज को तत्काल भर्ती नहीं किया गया. जिसकी वजह से संक्रमित मरीज ने इलाज के अभाव में भाई के कंधे पर ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.

वीडियो हुआ वायरल

यह वीडियो तेजी से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है. एक तरफ सूबे के मुखिया संक्रमितों को समुचित इलाज देने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ यह वीडियो उनकी मौजूदगी में बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन के दावों की हकीकत बयां कर रहा है.

क्या बोले मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य
इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश ने कहा कि यह मामला मुझे नहीं पता, कुछ लोग बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. स्ट्रेचर रोड पर नहीं, बल्कि वार्ड में होता है.

पढ़ेंः पिछले दो दिनों में कोरोना केस की रिपोर्ट में गिरावट : स्वास्थ्य मंत्रालय

Last Updated : May 11, 2021, 7:36 PM IST
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