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शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, 'क्रिसमस' को लेकर घमासान - शीतकालीन सत्र से पहले सरकार बैठक

संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. बैठक की जानकारी देते हुए संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इसमें 47 में से 31 दलों ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों की ओर से कई सुझाव आए हैं. किसी ने कहा कि हम क्रिसमस को इग्नोर कर रहे हैं, यह खबर पूरी तरह से गलत है.

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शीतकालीन सत्र से पहले सरकार की सर्वदलीय बैठक जारीEtv Bharat
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Published : Dec 6, 2022, 12:17 PM IST

Updated : Dec 6, 2022, 2:23 PM IST

नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, आप सहित विभिन्न दलों के सदन के नेताओं ने हिस्सा लिया. 47 पार्टियों में से 31 पार्टियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया. सदन का कामकाज सुचारू रूप से सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कार्यों एवं इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई.

विपक्ष ने कई मुद्दे उठाए और उसपर चर्चा की मांग की है. कांग्रेस ने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर उठाया सवाल, बेरोजगारी और सरकारी एजेंसियों के दुरूपयोग पर टीएमसी ने मांग उठाई है. कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने कॉलेजियम प्रणाली पर केंद्र और न्यायपालिका के बीच टकराव, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, भारत-चीन सीमा की स्थिति, जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों को होने वाले खतरों, हिंदी बहस, संघीय ढांचे जैसे मुद्दों को सामने रखा है.

इस बैठक में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पड़ने वाले 'क्रिसमस' के त्योहार को लेकर सरकार और कांग्रेस आमने सामने आ गई. सत्र से पहले सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने सत्र की तारीखों को लेकर सवाल उठाते हुए कहा है कि सत्र की तारीखों को तय करते समय सरकार को ईसाई समुदाय के त्योहार (क्रिसमस) की तारीख का ध्यान रखना चाहिए तो वहीं सरकार ने कांग्रेस के आरोप को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. सर्वदलीय बैठक के मीडिया से बात करते हुए लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि कांग्रेस ने बैठक में सत्र की तारीख को लेकर सरकार से यह कहा कि उन्हें ऐसा करते समय ईसाई समुदाय के त्योहार (क्रिसमस) का ध्यान रखना चाहिए. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस सत्र को छोटा करने की मांग नहीं कर रही है बल्कि सरकार को 7 दिसंबर की बजाय इस सत्र को पहले ही शुरू कर देना चाहिए था क्योंकि चुनावों के लिए संसद सत्र को टालने की कोई जरूरत नहीं थी.

  • Like Hindus and Muslims, Christians also have their own festival so they should get the chance to celebrate these festivals: Adhir Ranjan Chowdhury, Congress MP on winter session pic.twitter.com/FKHXglwURG

    — ANI (@ANI) December 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकार की तरफ से कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस का आरोप दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिसमस के त्योहार के दिन 25 दिसंबर को रविवार है और उस दिन हम सब लोग क्रिसमस मनाएंगे. जोशी ने आगे कहा कि इससे पहले 24 दिसंबर को शनिवार है. इन दोनों दिन संसद की कार्यवाही नहीं होगी. विपक्ष अगर यह चाहता है कि 25 दिसंबर के बाद कोई कामकाज ही न हो तो यह गलत है लेकिन अगर उनकी तरफ से बीएसी में प्रस्ताव आता है तो हम एक और दिन यानी 26 दिसंबर को भी सदन की कार्यवाही को स्थगित करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता द्वारा सरकार पर यह आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने क्रिसमस के त्योहार को इग्नोर कर दिया है और हम उनके आरोप की भर्त्सना करते हैं.

  • 31 out of 47 parties took part in the all-party meeting held today. Some suggestions have come from the Opposition and we have noted them. I condemn the allegation that we are ignoring Christmas. There will be a holiday on December 24 & 25: Parliamentary Affairs Minister P Joshi https://t.co/MzH3lMJYSg pic.twitter.com/rqsXxWLq2H

    — ANI (@ANI) December 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बैठक में कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस से सुदीप बंदोपाध्याय, डेरेक ओ ब्रायन, द्रमुक से टीआर बालू, आप से संजय सिंह आदि ने हिस्सा लिया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी शामिल हुए. सूत्रों के अनुसार, बैठक में कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों ने सत्र के दौरान महंगाई, बेरोजगारी, संवैधानिक पदों से जुड़े मुद्दे उठाने और पेश किये जाने वाले विधेयकों पर पर्याप्त चर्चा कराने की मांग की है.

गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा और यह 29 दिसंबर को समाप्त होगा. इस सत्र में 17 बैठकें होंगी. इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंगलवार की शाम कार्य मंत्रणा समिति की बैठक करेंगे . इस बार उन्होंने पारंपरिक तौर पर सत्र से पहले आयोजित की जाने वाली सर्वदलीय बैठक की बजाए कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाने का निर्णय किया है.

ये भी पढ़ें- महापरिनिर्वाण दिवस: राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी समेत गणमान्यों ने डॉ बीआर अंबेडकर दी श्रद्धांजलि

सरकार ने पिछले सप्ताह शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये जाने वाले 16 विधेयकों की सूची जारी की थी. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बैठक के लिये लोकसभा एवं राज्यसभा में विभिन्न दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा था.

(एक्स्ट्रा इनपुट- एजेंसी)

नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, आप सहित विभिन्न दलों के सदन के नेताओं ने हिस्सा लिया. 47 पार्टियों में से 31 पार्टियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया. सदन का कामकाज सुचारू रूप से सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कार्यों एवं इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई.

विपक्ष ने कई मुद्दे उठाए और उसपर चर्चा की मांग की है. कांग्रेस ने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर उठाया सवाल, बेरोजगारी और सरकारी एजेंसियों के दुरूपयोग पर टीएमसी ने मांग उठाई है. कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने कॉलेजियम प्रणाली पर केंद्र और न्यायपालिका के बीच टकराव, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, भारत-चीन सीमा की स्थिति, जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों को होने वाले खतरों, हिंदी बहस, संघीय ढांचे जैसे मुद्दों को सामने रखा है.

इस बैठक में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पड़ने वाले 'क्रिसमस' के त्योहार को लेकर सरकार और कांग्रेस आमने सामने आ गई. सत्र से पहले सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने सत्र की तारीखों को लेकर सवाल उठाते हुए कहा है कि सत्र की तारीखों को तय करते समय सरकार को ईसाई समुदाय के त्योहार (क्रिसमस) की तारीख का ध्यान रखना चाहिए तो वहीं सरकार ने कांग्रेस के आरोप को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. सर्वदलीय बैठक के मीडिया से बात करते हुए लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि कांग्रेस ने बैठक में सत्र की तारीख को लेकर सरकार से यह कहा कि उन्हें ऐसा करते समय ईसाई समुदाय के त्योहार (क्रिसमस) का ध्यान रखना चाहिए. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस सत्र को छोटा करने की मांग नहीं कर रही है बल्कि सरकार को 7 दिसंबर की बजाय इस सत्र को पहले ही शुरू कर देना चाहिए था क्योंकि चुनावों के लिए संसद सत्र को टालने की कोई जरूरत नहीं थी.

  • Like Hindus and Muslims, Christians also have their own festival so they should get the chance to celebrate these festivals: Adhir Ranjan Chowdhury, Congress MP on winter session pic.twitter.com/FKHXglwURG

    — ANI (@ANI) December 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकार की तरफ से कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस का आरोप दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिसमस के त्योहार के दिन 25 दिसंबर को रविवार है और उस दिन हम सब लोग क्रिसमस मनाएंगे. जोशी ने आगे कहा कि इससे पहले 24 दिसंबर को शनिवार है. इन दोनों दिन संसद की कार्यवाही नहीं होगी. विपक्ष अगर यह चाहता है कि 25 दिसंबर के बाद कोई कामकाज ही न हो तो यह गलत है लेकिन अगर उनकी तरफ से बीएसी में प्रस्ताव आता है तो हम एक और दिन यानी 26 दिसंबर को भी सदन की कार्यवाही को स्थगित करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता द्वारा सरकार पर यह आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने क्रिसमस के त्योहार को इग्नोर कर दिया है और हम उनके आरोप की भर्त्सना करते हैं.

  • 31 out of 47 parties took part in the all-party meeting held today. Some suggestions have come from the Opposition and we have noted them. I condemn the allegation that we are ignoring Christmas. There will be a holiday on December 24 & 25: Parliamentary Affairs Minister P Joshi https://t.co/MzH3lMJYSg pic.twitter.com/rqsXxWLq2H

    — ANI (@ANI) December 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बैठक में कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस से सुदीप बंदोपाध्याय, डेरेक ओ ब्रायन, द्रमुक से टीआर बालू, आप से संजय सिंह आदि ने हिस्सा लिया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी शामिल हुए. सूत्रों के अनुसार, बैठक में कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों ने सत्र के दौरान महंगाई, बेरोजगारी, संवैधानिक पदों से जुड़े मुद्दे उठाने और पेश किये जाने वाले विधेयकों पर पर्याप्त चर्चा कराने की मांग की है.

गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा और यह 29 दिसंबर को समाप्त होगा. इस सत्र में 17 बैठकें होंगी. इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंगलवार की शाम कार्य मंत्रणा समिति की बैठक करेंगे . इस बार उन्होंने पारंपरिक तौर पर सत्र से पहले आयोजित की जाने वाली सर्वदलीय बैठक की बजाए कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाने का निर्णय किया है.

ये भी पढ़ें- महापरिनिर्वाण दिवस: राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी समेत गणमान्यों ने डॉ बीआर अंबेडकर दी श्रद्धांजलि

सरकार ने पिछले सप्ताह शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये जाने वाले 16 विधेयकों की सूची जारी की थी. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बैठक के लिये लोकसभा एवं राज्यसभा में विभिन्न दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा था.

(एक्स्ट्रा इनपुट- एजेंसी)

Last Updated : Dec 6, 2022, 2:23 PM IST
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