पटना : आज सुबह से ही पटना स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय के सामने हजारों की संख्या में पंचायत वार्ड सचिव अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन (Panchayat Ward Secretary Protest in Patna) करने पहुंचे थे. उनकी मांग है कि उनका मानदेय दिया जाए. साथ ही उनका नियमितीकरण की जाए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पंचायत वार्ड सचिवों पर जमकर लाठियां (Lathi charge on protesting panchayat ward secretaries) चटकाईं.
बिहार के विभिन्न जिलों से आए हजारों पंचायत वार्ड सचिव आज सुबह से ही वीरचंद पटेल पथ पर जमे हुए थे. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले पानी का बौछार किया. इसके बावजूद पंचायत वार्ड सचिव वहां से नहीं हटे तो पुलिस ने जमकर लाठियां भांजीं.
आपको बता दें कि फिलहाल वीरचंद पटेल पथ पर पुलिस ने वार्ड सचिवों खदेड़-खदेड़ कर पिटाई की. उसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने में पुलिस सफल हो पायी. इस आंदोलन के चलते कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था.
बताया जाता है कि बिहार के अलग-अलग जिलों से पंचायत वार्ड सचिव पिछले कई दिनों से पटना के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे थे. जब सब्र का बांध टूटा तो आज सभी पंचायत वार्ड सचिवों ने अपनी मांग को लेकर बीजेपी कार्यालय के बाहर धरना देने पहुंचे थे.
दरअसल, बिहार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना के अंतर्गत काम करने वाले बिहार के 1.14 लाख से भी अधिक पंचायत वार्ड सचिव इस बार सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं. इनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि सरकार ने आश्वस्त किया था कि जल्द ही उन्हें मानदेय और भत्ता का भुगतान करने का आदेश जारी कर दिया जाएगा. लेकिन कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में कोई भी चर्चा नहीं की गई. इसको लेकर राज्य के 38 जिलों के वार्ड सचिव और कर्मचारी कई दिनों से गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
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