गोंडा: रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के तीखे बयान के बाद अब अपना दल कमेरावादी की नेता और सपा गठबंधन से विधायक पल्लवी पटेल ने विवादित टिप्पणी की है. उत्तर प्रदेश के गोंडा पहुंचीं पल्लवी पटेल ने कहा कि तुलसीदास रामायण के महज अनुवादक थे. मैं तुलसीदास को संत नहीं मानती. मानस में तुलसी जो विचार रखें हैं वो उनके निजी विचार हैं. मैंने रामचरितमानस को नहीं पढ़ा है और न मैं इसे मानती हूं. पल्लवी पटेल ने कहा कि शूद्र के प्रति ऐसे विचार को जड़ से मिटाने के लिए एक बड़े आंदोलन की जरूरत है.
एक दिवसीय गोंडा दौरे पर आईं अपना दल कमेरावादी की नेता और सपा गठबंधन से विधायक पल्लवी पटेल ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगामी निकाय चुनाव को लेकर रणनीति बनाई और कार्यकर्ताओं में जोश भरकर चुनाव में जुट जाने के निर्देश दिए. इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि मैं साकार ब्रह्म और मूर्ति पूजन में विश्वास रखती हूं.
रामचरितमानस की एक पंक्ति को हटाने से बात नहीं बनेगी. शूद्र के प्रति ऐसे विचार को जड़ से मिटाना है. इसके लिए बड़े आंदोलन की जरूरत है, जिससे ये दिमाग और आत्मा से हटे. मैं आंदोलन करूंगी, जिससे शूद्र को लेकर लोगों के विचार बदलें. उन्होंने कहा कि जब अखिलेश की कुर्सी गोमूत्र से धोई गई थी, उसी समय स्वामी प्रसाद को विरोध करना चाहिए था. स्वामी प्रसाद मौर्य को रामचरितमानस पर टिप्पणी भाजपा में रहते हुए करना चाहिए था. विरोध, बिगाड़ के डर से ईमान की बात न करना ठीक नहीं है.
बजट 2023 पर भी सुनाई खरी-खरी
पल्लवी पटेल ने बजट 2023 कहा कि यह चुनावी बजट है. शिक्षा और रोजगार की बजट में कोई बात नहीं की गई. हालांकि इस दौरान पल्लवी पटेल ने धारा 370 हटने का समर्थन किया. कहा कि अगर 370 हटने से लोगों के जीवन मे बेहतरी आई है तो यह अच्छा कदम है. इसका समर्थन होना चाहिए. राहुल की भारत जोड़ो यात्रा कहा कि इससे उनको प्यार और सम्मान मिला. लोकसभा चुनाव 2024 में इसका फायदा कांग्रेस को होगा.