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पीएजीडी की बैठक: जम्मू-कश्मीर में मौजूदा हालात, परिसीमन संबंधी सिफारिशों पर चर्चा

गुपकार घोषणापत्र गठबंधन (PAGD) की बैठक हो रही है. बैठक में जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात एवं केंद्रशासित प्रदेश के लिए विधानसभा क्षेत्रों की सीमा नए सिरे से निर्धारित करने के मकसद से गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों पर चर्चा की जाएगी.

jammu-kashmir (file photo)
जम्मू-कश्मीर (फाइल फोटो)
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Published : Dec 21, 2021, 4:12 PM IST

जम्मू : गुपकार घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) की मंगलवार को बैठक हो रही है. एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि बैठक में जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात एवं केंद्रशासित प्रदेश के लिए विधानसभा क्षेत्रों की सीमा नए सिरे से निर्धारित करने के मकसद से गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों पर चर्चा की जाएगी.

जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा के पांच राजनीतिक दलों के इस गठबंधन में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) भी शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि परिसीमन आयोग ने सोमवार को पीएजीडी के घटकों के साथ सोमवार को जिस 'पेपर-1' पर चर्चा की थी, उसमें उसने जम्मू-कश्मीर में 16 सीट अनुसूचित जाति तथा जनजाति के लिए आरक्षित करते हुए जम्मू क्षेत्र में छह अतिरिक्त सीट और कश्मीर घाटी में एक अतिरिक्त सीट का प्रस्ताव रखा है. परिसीमन आयोग की इस सिफारिश के बाद पीएजीडी की बैठक हो रही है.

यह पीएजीडी की 2019 में गठन के बाद से जम्मू में दूसरी बैठक है. इससे पहले, पिछले साल नवंबर में इसकी बैठक हुई थी. बैठक यहां नेकां अध्यक्ष एवं पीएजीडी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के भटंडी आवास पर हो रही है. पीएजीडी की मांग है कि पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा बहाल किया जाए, जिसे केंद्र ने अगस्त 2019 में समाप्त कर दिया था.

बैठक स्थल से कुछ दूरी पर प्रदर्शन
इस बैठक में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एम वाई तारिगामी भी हैं. इस बीच, राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष राकेश बजरंगी के नेतृत्व में संगठन के कार्यकर्ताओं के एक छोटे समूह ने बैठक स्थल से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर विरोध प्रदर्शन किया.

पीएजीडी के मुख्य प्रवक्ता तारिगामी ने बैठक में भाग लेने से पहले संवाददाताओं से कहा, 'हम मौजूदा हालात और परिसीमन आयोग द्वारा तैयार मसौदे पर चर्चा करने के लिए यहां बैठक कर रहे हैं.'

माकपा नेता ने कहा कि गठबंधन के राजनीतिक दलों ने परिसीमन आयोग की सिफारिश पर पहले ही अपने विचार साझा कर दिए हैं और 'हमारा मानना है कि यह सिफारिश समुदायों एवं क्षेत्रों को और बांटने के लिए की गई है तथा इससे अनिश्चितता की स्थिति पैदा होगी.'

घाटी में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने इन सिफारिशों पर निराशा जताई है और आरोप लगाया है कि ये सिफारिश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने वाली प्रतीत होती हैं. तारिगामी ने कहा, 'यह अत्यंत विभाजनकारी और अस्वीकार्य है.'

इस बीच, बजरंगी ने 'देशद्रोहियों को गोली मारो' के नारों के बीच कहा कि वे जम्मू में बैठक कर रहे पीएजीडी नेतृत्व का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि 'वे देशद्रोहियों का समूह' हैं.

पढ़ें- परिसीमन आयोग ने जम्मू के लिए छह और कश्मीर के लिए एक सीट का प्रस्ताव रखा

उन्होंने कहा, 'वे केवल देश के खिलाफ बोल रहे हैं और सरकार पर पाकिस्तान से बात करने के लिए दबाव डाल रहे हैं.' उन्होंने परिसीमन संबंधी सिफारिशों पर गठबंधन के रुख की भी निंदा की. बजरंगी ने कहा, 'हम क्षेत्र के साथ भेदभाव को समाप्त करने के लिए जम्मू क्षेत्र में सभी सात सीट जाने के पक्ष में थे.'

(पीटीआई-भाषा)

जम्मू : गुपकार घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) की मंगलवार को बैठक हो रही है. एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि बैठक में जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात एवं केंद्रशासित प्रदेश के लिए विधानसभा क्षेत्रों की सीमा नए सिरे से निर्धारित करने के मकसद से गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों पर चर्चा की जाएगी.

जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा के पांच राजनीतिक दलों के इस गठबंधन में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) भी शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि परिसीमन आयोग ने सोमवार को पीएजीडी के घटकों के साथ सोमवार को जिस 'पेपर-1' पर चर्चा की थी, उसमें उसने जम्मू-कश्मीर में 16 सीट अनुसूचित जाति तथा जनजाति के लिए आरक्षित करते हुए जम्मू क्षेत्र में छह अतिरिक्त सीट और कश्मीर घाटी में एक अतिरिक्त सीट का प्रस्ताव रखा है. परिसीमन आयोग की इस सिफारिश के बाद पीएजीडी की बैठक हो रही है.

यह पीएजीडी की 2019 में गठन के बाद से जम्मू में दूसरी बैठक है. इससे पहले, पिछले साल नवंबर में इसकी बैठक हुई थी. बैठक यहां नेकां अध्यक्ष एवं पीएजीडी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के भटंडी आवास पर हो रही है. पीएजीडी की मांग है कि पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा बहाल किया जाए, जिसे केंद्र ने अगस्त 2019 में समाप्त कर दिया था.

बैठक स्थल से कुछ दूरी पर प्रदर्शन
इस बैठक में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता एम वाई तारिगामी भी हैं. इस बीच, राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष राकेश बजरंगी के नेतृत्व में संगठन के कार्यकर्ताओं के एक छोटे समूह ने बैठक स्थल से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर विरोध प्रदर्शन किया.

पीएजीडी के मुख्य प्रवक्ता तारिगामी ने बैठक में भाग लेने से पहले संवाददाताओं से कहा, 'हम मौजूदा हालात और परिसीमन आयोग द्वारा तैयार मसौदे पर चर्चा करने के लिए यहां बैठक कर रहे हैं.'

माकपा नेता ने कहा कि गठबंधन के राजनीतिक दलों ने परिसीमन आयोग की सिफारिश पर पहले ही अपने विचार साझा कर दिए हैं और 'हमारा मानना है कि यह सिफारिश समुदायों एवं क्षेत्रों को और बांटने के लिए की गई है तथा इससे अनिश्चितता की स्थिति पैदा होगी.'

घाटी में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने इन सिफारिशों पर निराशा जताई है और आरोप लगाया है कि ये सिफारिश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने वाली प्रतीत होती हैं. तारिगामी ने कहा, 'यह अत्यंत विभाजनकारी और अस्वीकार्य है.'

इस बीच, बजरंगी ने 'देशद्रोहियों को गोली मारो' के नारों के बीच कहा कि वे जम्मू में बैठक कर रहे पीएजीडी नेतृत्व का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि 'वे देशद्रोहियों का समूह' हैं.

पढ़ें- परिसीमन आयोग ने जम्मू के लिए छह और कश्मीर के लिए एक सीट का प्रस्ताव रखा

उन्होंने कहा, 'वे केवल देश के खिलाफ बोल रहे हैं और सरकार पर पाकिस्तान से बात करने के लिए दबाव डाल रहे हैं.' उन्होंने परिसीमन संबंधी सिफारिशों पर गठबंधन के रुख की भी निंदा की. बजरंगी ने कहा, 'हम क्षेत्र के साथ भेदभाव को समाप्त करने के लिए जम्मू क्षेत्र में सभी सात सीट जाने के पक्ष में थे.'

(पीटीआई-भाषा)

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