कोलकाता : शहर में कुल 54,085 ड्राइविंग लाइसेंस जांच के दायरे में हैं. इनमें ज्यादातर बाइक सवार हैं. लालबाजार यातायात विभाग इन लाइसेंसधारकों को पहले ही नोटिस भेज चुका है. ट्रैफिक गार्डों के सहायक आयुक्त रैंक के अधिकारियों ने नोटिस भेजे हैं. दोषी चालकों पर कार्रवाई की जा रही है. लालबाजार पहले ही 837 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस (driving licenses) रद कर चुका है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिन 837 लोगों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं, वे अगले तीन महीने तक कार या मोटरबाइक लेकर सड़कों पर नहीं निकल सकेंगे.
सूत्रों ने पुष्टि की है कि फरवरी 2022 में 26,203 चार पहिया और दोपहिया चालकों को नोटिस भेजा गया था. मार्च में ये संख्या बढ़कर 27,882 हो गई. कोलकाता पुलिस के एक सहायक आयुक्त ने 'ईटीवी भारत' को बताया, 'लालबाजार की एक विशेष टीम ने शहर में कई दुर्घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की और नोटिस भेजे.'
कोलकाता पुलिस के फैटल स्क्वाड ट्रैफिक पुलिस (FSTP) और विभिन्न ट्रैफिक गार्डों के सहायक आयुक्त के रैंक के पुलिस अधिकारियों की एक विशेष टीम ने अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज देखे. इनसे पता चला कि कई वाहनों को नाबालिग चला रहे थे. बाइक पर तीन लोग बैठने, बिना हेलमेट वाहन चलाने, नशे में वाहन चलाने के मामले भी शामिल हैं. ऐसे वाहनचालकों की पहचान कर नोटिस भेजा गया है.
लालबाजार सूत्रों के अनुसार नोटिस मिलने के बाद कार मालिकों को तय समय पर अपने-अपने क्षेत्र के सहायक आयुक्त (यातायात) से मिलना होगा. कोलकाता पुलिस के एफएसटीपी पुलिस के जवान भी वहां मौजूद रहेंगे. उन लोगों से बात करने के बाद अगर ऑन-ड्यूटी पुलिस अधिकारियों को लगता है कि उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाना चाहिए, तो वे ऐसा कर सकते हैं.
पढ़ें- ड्राइविंग लाइसेंस के लिए घर बैठे ऑनलाइन टेस्ट की सुविधा, जानें और क्या बोले यूपी के परिवहन मंत्री