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पेगासस जासूसी कांड पर विपक्षी पार्टियां हुईं एकजुट, केंद्र सरकार पर बोला हमला - केंद्र सरकार पर बोला हमला

प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि सरकार ने पेगासस पर चर्चा करने से इनकार कर दिया है. पेगासस जासूसी कांड को लेकर लगभग सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं. बुधवार को संसद भवन के पास विजय चौक पर विपक्षी दलों ने एक सुर में केंद्र सरकार पर हमला बोला.

केंद्र सरकार पर बोला हमला
केंद्र सरकार पर बोला हमला
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Published : Jul 28, 2021, 10:06 PM IST

Updated : Jul 28, 2021, 11:03 PM IST

नई दिल्ली : प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह पर पेगसास स्पाईवेयर का उपयोग करके लोकतंत्र की आत्मा पर चोट करने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए.

प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि सरकार ने पेगासस पर चर्चा करने से इनकार कर दिया है.

पेगासस जासूसी कांड को लेकर लगभग सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं. बुधवार को संसद भवन के पास विजय चौक पर विपक्षी दलों ने एक सुर में केंद्र सरकार पर हमला बोला.

वहीं, राजद सांसद मनोज झा ने इस मामले पर बात करते हुए आरोप लगाया कि हम केवल उस सरकार से इस तरह के बयानों की उम्मीद कर सकते हैं जिसने कोविड की मौतों के बारे में झूठ बोला था, जो विरोध करने वाले किसानों से बात करने के लिए तैयार नहीं है.

विपक्षी पार्टियों के नेताओं से बातचीत

उन्होंने कहा कि जहां ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों का आंकड़ा सरकार छीपा रही हो, उनसे क्या उम्मीद करें. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सरकार की इस मामले में संवेदनाएं मर चुकी हैं.

शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है. सरकार को खुद आगे आकर कहना चाहिए कि हम चर्चा के लिए तैयार है. सरकार ने विश्वासघात किया है.

पढ़ें : जासूसी कांड पर विपक्ष हमलावर, राहुल बोले- मोदी सरकार ने कराई जासूसी, देना होगा जवाब

उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं हो रहा है कि संसद की कार्यवाही नहीं चल रही है. अगर सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा पर बात नहीं करना चाहती है तो फिर किस पर करना चाहती है. उन्होंने दावा किया कि पेगासस का मामला राष्ट्रवाद का मामला है. मेरे लिए यह निजता का मामला नहीं है. नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह ने देश के लोकतंत्र की आत्मा पर चोट मारी है. इसलिए हम इस पर चर्चा चाहते हैं.

कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि यह एकतंत्र है. लोकतंत्र में हम यहां जनता और राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर बहस करने और चर्चा करने के लिए हैं. संसद में ऐसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन हमारी सरकार केवल राजनीतिक व्यापार करना चाहती है. केवल एक एजेंडा उनके पास है- बिल पास करना और संशोधन करना. सरकार उन मुद्दों पर बात करना नहीं चाहती जो आम जनता से जुड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है.

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि संसद की कार्यवाही नहीं चलने के लिए सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने यह भी कहा कि पेगासस के मुद्दे पर सभी विपक्षी दल एकजुट हैं.

बता दें कि संवाददाता सम्मेलन से पहले विपक्षी नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च किया और उन्होंने हाथ में तख्तियां ले रखी थीं. इससे पहले राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों की बैठक हुई. इस बैठक में खड़गे, राहुल गांधी, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक के टीआर बालू, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता मौजूद थे.

पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है. 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है.

विपक्षी दलों का कहना है कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए सरकार के तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा.

नई दिल्ली : प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह पर पेगसास स्पाईवेयर का उपयोग करके लोकतंत्र की आत्मा पर चोट करने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए.

प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि सरकार ने पेगासस पर चर्चा करने से इनकार कर दिया है.

पेगासस जासूसी कांड को लेकर लगभग सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं. बुधवार को संसद भवन के पास विजय चौक पर विपक्षी दलों ने एक सुर में केंद्र सरकार पर हमला बोला.

वहीं, राजद सांसद मनोज झा ने इस मामले पर बात करते हुए आरोप लगाया कि हम केवल उस सरकार से इस तरह के बयानों की उम्मीद कर सकते हैं जिसने कोविड की मौतों के बारे में झूठ बोला था, जो विरोध करने वाले किसानों से बात करने के लिए तैयार नहीं है.

विपक्षी पार्टियों के नेताओं से बातचीत

उन्होंने कहा कि जहां ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों का आंकड़ा सरकार छीपा रही हो, उनसे क्या उम्मीद करें. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सरकार की इस मामले में संवेदनाएं मर चुकी हैं.

शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है. सरकार को खुद आगे आकर कहना चाहिए कि हम चर्चा के लिए तैयार है. सरकार ने विश्वासघात किया है.

पढ़ें : जासूसी कांड पर विपक्ष हमलावर, राहुल बोले- मोदी सरकार ने कराई जासूसी, देना होगा जवाब

उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं हो रहा है कि संसद की कार्यवाही नहीं चल रही है. अगर सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा पर बात नहीं करना चाहती है तो फिर किस पर करना चाहती है. उन्होंने दावा किया कि पेगासस का मामला राष्ट्रवाद का मामला है. मेरे लिए यह निजता का मामला नहीं है. नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह ने देश के लोकतंत्र की आत्मा पर चोट मारी है. इसलिए हम इस पर चर्चा चाहते हैं.

कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि यह एकतंत्र है. लोकतंत्र में हम यहां जनता और राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर बहस करने और चर्चा करने के लिए हैं. संसद में ऐसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन हमारी सरकार केवल राजनीतिक व्यापार करना चाहती है. केवल एक एजेंडा उनके पास है- बिल पास करना और संशोधन करना. सरकार उन मुद्दों पर बात करना नहीं चाहती जो आम जनता से जुड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है.

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि संसद की कार्यवाही नहीं चलने के लिए सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने यह भी कहा कि पेगासस के मुद्दे पर सभी विपक्षी दल एकजुट हैं.

बता दें कि संवाददाता सम्मेलन से पहले विपक्षी नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च किया और उन्होंने हाथ में तख्तियां ले रखी थीं. इससे पहले राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों की बैठक हुई. इस बैठक में खड़गे, राहुल गांधी, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक के टीआर बालू, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता मौजूद थे.

पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है. 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है.

विपक्षी दलों का कहना है कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए सरकार के तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा.

Last Updated : Jul 28, 2021, 11:03 PM IST
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