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Adani Row: अडाणी मुद्दे पर ईडी ऑफिस तक विपक्षी सांसदों ने निकाली रैली, विजय चौक पर पुलिस ने रोका

अडाणी विवाद को लेकर आज विपक्षी दलों के सदस्यों ने संसद भवन से ईडी कार्यालय तक रैली निकाली. विजय चौक पर मार्च को रोका गया. जिसके बाद वे वापस संसद की ओर लौट गए. वहीं, हैदराबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी भवन से राजभवन तक रैली निकाली है.

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Published : Mar 15, 2023, 12:07 PM IST

Updated : Mar 15, 2023, 6:17 PM IST

ईडी ऑफिस तक विपक्षी सांसदों ने निकाली रैली

नई दिल्ली : कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दलों के नेताओं ने अडाणी समूह से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष ज्ञापन देने के लिए बुधवार को संसद भवन से मार्च निकाला. हालांकि पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर ही रोक लिया. पुलिस ने विजय चौक पर विपक्षी सांसदों को रोका और उन्हें वापस लौटने की चेतावनी दी. पुलिस ने मार्च कर रहे विपक्षी सांसदों को सूचित किया कि वे आगे मार्च न करें क्योंकि धारा 144 सीआरपीसी लागू है. यहां किसी भी आंदोलन की अनुमति नहीं है. सूत्रों ने बताया कि विरोध मार्च दोपहर करीब 12.30 पर संसद भवन से शुरू हुआ. जिसमें विभिन्न विपक्षी दलों के सांसद शामिल हैं. अडाणी मामले पर जेपीसी जांच की मांग पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "हमने अडाणी मामले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग की. हालांकि, सरकार जानती है कि अगर उन्होंने हमारी जेपीसी की मांग को मान लिया तो जनता के सामने उनकी धज्जियां उड़ जाएगी. भाजपा के सभी भ्रष्टाचार आम लोगों के सामने साबित हो जाएंगे."

कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हम अडाणी मामले में ज्ञापन सौंपने के लिए ईडी जा रहे हैं, लेकिन सरकार हमको विजय चौक के पास भी नहीं जाने दे रही. जो लोग अपने पैसे सरकार के विश्वास के साथ बैंक में रखते हैं, वही पैसे सरकार एक व्यक्ति को सरकार की संपत्ति खरीदने के लिए दे रही है. मोदी जी ऐसे लोगों को प्रोत्साहन दे रहे हैं. जिस व्यक्ति ने 1650 करोड़ रुपये से अपना करियर की शुरुआत की और अब उसके पास 13 लाख करोड़ की संपत्ति है. तो हम चाहते हैं कि इसकी जांच हो. प्रधानमंत्री और अडाणी का क्या रिश्ता है?" राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने आरोप लगाया कि यह तानाशाही सरकार है और यह विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल ने अडाणी समूह के खिलाफ तीन पृष्ठों का ज्ञापन तैयार किया है जिसमें ‘शेल’ कंपनियों समेत कई आरोप लगाए गए हैं. इधर, हैदराबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी भवन से राजभवन तक रैली निकाली है. लेकिन पुलिस ने इस दौरान प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया.

  • #WATCH | Delhi: Police make announcements at Vijay Chowk and inform the marching Opposition MPs to not march ahead as Section 144 CrPC is imposed and no agitation is allowed here.

    The MPs are marching from Parliament to ED office. pic.twitter.com/cZ5FpIl6Zy

    — ANI (@ANI) March 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इससे पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन परिसर में स्थित कार्यालय में विपक्षी दलों के नेताओं ने अडाणी मुद्दे पर अपनी संयुक्त रणनीति में समन्वय के लिए एक बैठक की थी. अमेरिकी वित्तीय शोध संस्था 'हिंडनबर्ग रिसर्च' की रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी समूह और प्रधानमंत्री पर लगातार हमला कर रहे विपक्षी दलों के सदस्यों की मांग है कि इस मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाए. उल्लेखनीय है कि 'हिंडनबर्ग रिसर्च' ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे.

अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इससे खुद को दूर रखा है. टीएमसी के सदस्यों ने घरेलू रसोई गैस के दामों में वृद्धि को लेकर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन किया और सरकार से जवाब मांगा. तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने घरेलू रसोई गैस के दामों में वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में जवाब देना चाहिए.

(पीटीआई-भाषा)

ईडी ऑफिस तक विपक्षी सांसदों ने निकाली रैली

नई दिल्ली : कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दलों के नेताओं ने अडाणी समूह से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष ज्ञापन देने के लिए बुधवार को संसद भवन से मार्च निकाला. हालांकि पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर ही रोक लिया. पुलिस ने विजय चौक पर विपक्षी सांसदों को रोका और उन्हें वापस लौटने की चेतावनी दी. पुलिस ने मार्च कर रहे विपक्षी सांसदों को सूचित किया कि वे आगे मार्च न करें क्योंकि धारा 144 सीआरपीसी लागू है. यहां किसी भी आंदोलन की अनुमति नहीं है. सूत्रों ने बताया कि विरोध मार्च दोपहर करीब 12.30 पर संसद भवन से शुरू हुआ. जिसमें विभिन्न विपक्षी दलों के सांसद शामिल हैं. अडाणी मामले पर जेपीसी जांच की मांग पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "हमने अडाणी मामले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग की. हालांकि, सरकार जानती है कि अगर उन्होंने हमारी जेपीसी की मांग को मान लिया तो जनता के सामने उनकी धज्जियां उड़ जाएगी. भाजपा के सभी भ्रष्टाचार आम लोगों के सामने साबित हो जाएंगे."

कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हम अडाणी मामले में ज्ञापन सौंपने के लिए ईडी जा रहे हैं, लेकिन सरकार हमको विजय चौक के पास भी नहीं जाने दे रही. जो लोग अपने पैसे सरकार के विश्वास के साथ बैंक में रखते हैं, वही पैसे सरकार एक व्यक्ति को सरकार की संपत्ति खरीदने के लिए दे रही है. मोदी जी ऐसे लोगों को प्रोत्साहन दे रहे हैं. जिस व्यक्ति ने 1650 करोड़ रुपये से अपना करियर की शुरुआत की और अब उसके पास 13 लाख करोड़ की संपत्ति है. तो हम चाहते हैं कि इसकी जांच हो. प्रधानमंत्री और अडाणी का क्या रिश्ता है?" राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने आरोप लगाया कि यह तानाशाही सरकार है और यह विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल ने अडाणी समूह के खिलाफ तीन पृष्ठों का ज्ञापन तैयार किया है जिसमें ‘शेल’ कंपनियों समेत कई आरोप लगाए गए हैं. इधर, हैदराबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी भवन से राजभवन तक रैली निकाली है. लेकिन पुलिस ने इस दौरान प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया.

  • #WATCH | Delhi: Police make announcements at Vijay Chowk and inform the marching Opposition MPs to not march ahead as Section 144 CrPC is imposed and no agitation is allowed here.

    The MPs are marching from Parliament to ED office. pic.twitter.com/cZ5FpIl6Zy

    — ANI (@ANI) March 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इससे पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन परिसर में स्थित कार्यालय में विपक्षी दलों के नेताओं ने अडाणी मुद्दे पर अपनी संयुक्त रणनीति में समन्वय के लिए एक बैठक की थी. अमेरिकी वित्तीय शोध संस्था 'हिंडनबर्ग रिसर्च' की रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी समूह और प्रधानमंत्री पर लगातार हमला कर रहे विपक्षी दलों के सदस्यों की मांग है कि इस मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाए. उल्लेखनीय है कि 'हिंडनबर्ग रिसर्च' ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे.

अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इससे खुद को दूर रखा है. टीएमसी के सदस्यों ने घरेलू रसोई गैस के दामों में वृद्धि को लेकर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन किया और सरकार से जवाब मांगा. तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने घरेलू रसोई गैस के दामों में वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में जवाब देना चाहिए.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Mar 15, 2023, 6:17 PM IST
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