नई दिल्ली: इस बार मोदी सरकार नई हज पॉलिसी लेकर आई (Modi government brought new Haj policy) है. जिससे हर हाजी को 50000 रुपये की बचत होगी. वहीं पहली बार आवेदन शुल्क भी माफ किया गया है. 10 फरवरी शुक्रवार को हज के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस बार हज यात्रा के लिए विमान सेवाएं देश के 25 शहरों से संचालित होंगी जिसके लिए आवेदन पहली बार मुफ्त में शुरू हो चुकी है.
इस बार से हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन करने वालों को कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा. पहले आवेदन करते समय 300 रूपये जमा करने पड़ते थे. सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी. उधर, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि नयी हज नीति के तहत पहली बार प्रति हज यात्री हज पैकेज में करीब 50 हजार रुपये की कमी आएगी. सूत्रों ने बताया कि हज यात्रा के प्रस्थान स्थलों (इम्बारकेशन प्वाइंट्स) में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, श्रीनगर, रांची, गया, औरंगाबाद, वाराणसी, जयपुर, नागपुर, कोच्चि, अहमदाबाद, लखनऊ, कन्नूर, विजयवाड़ा, अगरतला और कालीकट शामिल हैं.
सूत्रों ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर प्रस्थान स्थलों में बढ़ोतरी की जा सकती है. उन्होंने बताया कि पहली बार आवेदन नि:शुल्क मिलेंगे. जिन लोगों का हजयात्रा के लिए चयन होगा, उन्हें प्रक्रिया से संबंधित कुछ शुल्क देने होंगे. उल्लेखनीय है कि पहले हज आवेदन का शुल्क 300 रुपये होता था. सरकार के शीर्ष सूत्र ने बताया कि इस बार हज के लिए महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों को प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि अगर 45 वर्ष से अधिक उम्र की कोई महिला ‘मेहरम’ (नजदीकी पुरुष रिश्तेदार) के बिना आवेदन करती है, तो उसे हज पर जाने की अनुमति होगी. पहले महिलाओं को मेहरम नहीं होने की स्थिति में समूह में जाने की अनुमति थी. इस साल भारत से 1.75 लाख लोग हजयात्रा पर जाएंगे.
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(इनपुट-भाषा)