नई दिल्ली : ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक 15 से 17 दिसंबर तक भारत के दौरे पर रहेंगे. यह उनका पहला भारत दौरा है. ओमान-भारत संबंधों को मजबूत करने के लिए ओमान के सुल्तान शुक्रवार को दिल्ली पहुंचेंगे. एक्सपर्ट उनकी यात्रा को महत्वपूर्ण मानते हैं क्योंकि उनकी यात्रा न केवल संबंधों को और समृद्ध करेगी बल्कि मौजूदा क्षेत्रीय संकट पर विचारों के आदान-प्रदान को सक्षम बनाएगी.
ईटीवी भारत ने पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत से बात की, जो विदेश मंत्रालय के आर्थिक, पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका और कांसुलर डिवीजनों में काम कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि 'ओमान पश्चिम एशिया में भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण सभ्यतागत रणनीतिक साझेदारों में से एक है. उसके साथ हमारे संबंध पूरे द्विपक्षीय और क्षेत्रीय दायरे में लगातार मजबूत हुए हैं.'
त्रिगुणायत ने कहा कि 'वे एक महत्वपूर्ण IORA (इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन)/देश भी हैं. यह एक ऐसा देश है जो क्षेत्र में शांतिदूत के रूप में एक संतुलित नीति का पालन करता है और इसलिए यह यात्रा न केवल संबंधों को और समृद्ध करेगी बल्कि मौजूदा क्षेत्रीय संकट पर विचारों के आदान-प्रदान को सक्षम करेगी. ओमान भारत की जी20 अध्यक्षता में विशेष आमंत्रित सदस्य था, तब सुल्तान नहीं आ सके इसलिए अब आ रहे हैं.'
विदेश मंत्रालय ने यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर ओमान सल्तनत के राष्ट्र प्रमुख सुल्तान हैथम बिन तारिक राजकीय यात्रा पर भारत आएंगे. उनके साथ वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा.
15 दिसंबर को सुल्तान विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. 16 दिसंबर को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री, सुल्तान हैथम बिन तारिक का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत करेंगे. वह हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे.उनके सम्मान में दोपहर के भोजन का भी आयोजन किया जाएगा.
पूर्व राजदूत अनित त्रिगुणायत ने कहा कि 'ओमान रक्षा और समुद्री सुरक्षा के लिए एक प्रमुख भागीदार देश है जिसके लिए ड्यूक्यूएम बंदरगाह, रक्षा बलों की क्षमता निर्माण, संयुक्त अभ्यास, आतंकवाद विरोधी और साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष आदि जैसी कई परियोजनाएं सुचारू रूप से काम कर रही हैं और इन्हें दायरे और सामग्री में विस्तारित किया जा सकता है.'
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत-ओमान सुरक्षा और रक्षा संबंधों में असाधारण वृद्धि देखी गई है. इस साल की शुरुआत में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रणनीतिक सहयोग और सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए ओमान का दौरा किया था. अजीत डोभाल की यात्रा के दौरान, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सुल्तान हैथम बिन तारिक को व्यक्तिगत शुभकामना संदेश दिया.
विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग के दीर्घकालिक इतिहास पर जोर दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि 'भारत और ओमान मित्रता और सहयोग का एक दीर्घकालिक इतिहास साझा करते हैं, जो आपसी विश्वास और सम्मान और सदियों से चले आ रहे मजबूत संबंधों की नींव पर बना है. भारत और ओमान सल्तनत रणनीतिक साझेदार हैं और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंध पिछले कुछ वर्षों में फले-फूले हैं.'
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा क्षेत्रीय स्थिरता, प्रगति और समृद्धि के लिए भारत और ओमान के बीच भविष्य में सहयोग के रास्ते तलाशने का अवसर होगी. यह भी नहीं भूलना चाहिए भारत ओमान में सबसे बड़े निवेशकों में से एक बनकर उभरा है, जिसका कुल निवेश 7.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है.