बालेश्वर : ओडिशा का बहंगा उच्च विद्यालय इन दिनों अजीब कारणों से चर्चा में है. जिला प्रशासन इस स्कूल की इमारत को तोड़ रहा है. दरअसल, रेल हादसे के बाद कुछ देर के लिए शवों को यहां रखा गया था. अब बच्चे स्कूल के अंदर प्रवेश करने में डर रहे थे. इस समस्या के सामने आने के बाद जिला प्रशासन में यहां नया भवन बनाने का फैसला लिया है. प्रबंधन समिति द्वारा जिलाधिकारी से चर्चा करने के बाद आज वहां बिल्डिंग को तोड़ना शुरू किया है. ताकि स्कूल का नया भवन बनाया जा सके. क्षेत्र के तहसीलदार ने भी इस कार्रवाई की पुष्टी की है.
बता दें कि, 2 जून को हुए रेल हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के अवशेष के इसी स्कूल में रखा गया था. उस हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हो गये थे. जिसके कारण से स्कूल के हॉल और कुछ कक्षाओं में अभी भी खून के छींटे और धब्बे नजर आ रहे थे. इससे छात्रों के मन में डर बैठ गया था और शिक्षक भी डर के माहौल में खुद को असहज महसूस कर रहे थे. उन्हें लग रहा था कि ऐसे माहौल में पढ़ाई कैसे हो सकेगी.
इसको लेकर बच्चों के अभिभावकों और विद्यालय प्रबंधन समिति के बीच एक बैठक हुई. इस बैठक के बाद क्षेत्र के प्रखंड विकास पदाधिकारी को मामले की जानकारी दी गई. उन्होंने स्कूल की सफाई और दिवारों का रंग रोगन कराने की बात कही. फौरी तौर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी के आदेश पर स्कूल को सेनेटाइज भी किया गया. लेकिन छात्र और उनके अभिभावक संतुष्ट नहीं हुए. इसे देखते हुए इस मामले की जानकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बालेश्वर जिला अधिकारी को दी.
गुरुवार को जिला अधिकारी ने स्कूल का दौरा किया. छात्रों, अभिभावकों और स्कूल की प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ बातचीत करने के बाद तय किया गया स्कूल के लिए एक नया भवन बनाया जायेगा. स्कूल प्रबंध समिति से जुड़े लोगों ने मीडिया को बताया कि स्कूल का भवन पहले की जर्जर हो चुका था. छात्रों और स्कूल की शिक्षकों की असहजता को देखने के बाद जिला अधिकारी ने भवन को तोड़कर फिर से बनाने का फैसला लिया है. आज इस बिल्डिंग को तोड़ने का काम फिर से शुरू हो गया है.