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ODISHA FORMER CM MEETS TELANGANA CM KCR : ओडिशा के पूर्व सीएम गमांग ने की सीएम KCR से मुलाकात

तेलंगाना के सीएम केसीआर से ओडिशा के पूर्व सीएम गिरिधर गमांग ने मुलाकात की. इसके बाद गमांग को बीआरएस पार्टी का ओडिशा का अध्यक्ष बनाए जाने की केसीआर के द्वारा घोषणा किए जाने की संभावना है. ODISHA FORMER CM MEETS TELANGANA CM KCR

Former CM Gamang met CM KCR
पूर्व सीएम गमांग सीएम केसीआर से मिले
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Published : Jan 14, 2023, 7:35 PM IST

हैदराबाद : ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमांग ने शुक्रवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात की. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई और इस मुलाकात को ‘शिष्टाचार मुलाकात बताया. इसमें कहा गया, 'ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री,वरिष्ठ सांसद,राष्ट्रीय नेता गिरिधर गमांग ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से प्रगति भवन में शिष्टाचार बैठक के वास्ते मुलाकात की.' बैठक में गिरिधर गमांग के बेटे शिशिर गमांग तथा अन्य लोग मौजूद थे.

बताया जा रहा है कि भारत राष्ट्र समिति (BRS) पार्टी के अध्यक्ष केसीआर ने ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व सांसद गिरिधर गमांग को ओडिशा के बीआरएस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया है. शीघ्र ही वहां पर पार्टी का किसान विंग शुरू कर दिया जाएगा. मुलाकात के दौरान सीएम केसीआर ने गिरिधर गमांग को ओडिशा राज्य बीआरएस अध्यक्ष के कर्तव्यों को संभालने के लिए कहा है, जिस पर उन्होंने सैद्धांतिक सहमति दे दी है. वहीं लंबे राजनीतिक अनुभव के साथ कई पदों पर रह चुके गमान ने सीएम केसीआर के द्वारा राष्ट्रीय पार्टी बनाने की सराहना की गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के विकल्प के तौर पर बीआरएस जैसी राष्ट्रीय पार्टी की जरूरत है. मालूम हो कि सीएम केसीआर इस महीने की 18 जनवरी को खम्मम में होने वाली भारसा अविर्भाव सभा के दौरान ओडिशा समेत कई राज्यों के अध्यक्षों और किसान मंडलों के अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर सकते हैं.

वहीं गिरिधर गमांग के राजनीतिक सफर की बात करें तो 79 वर्षीय गमांग पहली बार 1972 में कोरापुट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लोकसभा के लिए चुने गए थे. बाद में वे लगातार आठ बार सांसद बने. उन्होंने सांसद रहते हुए 17 फरवरी से 6 दिसंबर, 1999 तक ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. उसी साल 17 अप्रैल को विपक्ष ने केंद्र की वाजपेयी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया और तब गमांग ने बतौर सांसद इसके खिलाफ वोट किया तो सरकार गिर गई. लेकिन 2009 का चुनाव हारने के बाद गमांग कांग्रेस से अलग हो गए. फिर वह 2015 में भाजपा में शामिल हुए और कुछ वर्षों के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया. बता दें कि बीआरएस पार्टी की घोषणा के बाद देश के कई राज्यों के प्रमुख नेता मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात कर रहे हैं. देश की समस्याओं और अन्य मुद्दों पर चर्चा हो रही है.

ये भी पढ़ें - KCR indirect attack on BJP : केसीआर बोले, धार्मिक एवं जातिगत कट्टरता और समाज में विभाजन को बढ़ावा देना खतरनाक

हैदराबाद : ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमांग ने शुक्रवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात की. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई और इस मुलाकात को ‘शिष्टाचार मुलाकात बताया. इसमें कहा गया, 'ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री,वरिष्ठ सांसद,राष्ट्रीय नेता गिरिधर गमांग ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से प्रगति भवन में शिष्टाचार बैठक के वास्ते मुलाकात की.' बैठक में गिरिधर गमांग के बेटे शिशिर गमांग तथा अन्य लोग मौजूद थे.

बताया जा रहा है कि भारत राष्ट्र समिति (BRS) पार्टी के अध्यक्ष केसीआर ने ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व सांसद गिरिधर गमांग को ओडिशा के बीआरएस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया है. शीघ्र ही वहां पर पार्टी का किसान विंग शुरू कर दिया जाएगा. मुलाकात के दौरान सीएम केसीआर ने गिरिधर गमांग को ओडिशा राज्य बीआरएस अध्यक्ष के कर्तव्यों को संभालने के लिए कहा है, जिस पर उन्होंने सैद्धांतिक सहमति दे दी है. वहीं लंबे राजनीतिक अनुभव के साथ कई पदों पर रह चुके गमान ने सीएम केसीआर के द्वारा राष्ट्रीय पार्टी बनाने की सराहना की गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के विकल्प के तौर पर बीआरएस जैसी राष्ट्रीय पार्टी की जरूरत है. मालूम हो कि सीएम केसीआर इस महीने की 18 जनवरी को खम्मम में होने वाली भारसा अविर्भाव सभा के दौरान ओडिशा समेत कई राज्यों के अध्यक्षों और किसान मंडलों के अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर सकते हैं.

वहीं गिरिधर गमांग के राजनीतिक सफर की बात करें तो 79 वर्षीय गमांग पहली बार 1972 में कोरापुट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लोकसभा के लिए चुने गए थे. बाद में वे लगातार आठ बार सांसद बने. उन्होंने सांसद रहते हुए 17 फरवरी से 6 दिसंबर, 1999 तक ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. उसी साल 17 अप्रैल को विपक्ष ने केंद्र की वाजपेयी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया और तब गमांग ने बतौर सांसद इसके खिलाफ वोट किया तो सरकार गिर गई. लेकिन 2009 का चुनाव हारने के बाद गमांग कांग्रेस से अलग हो गए. फिर वह 2015 में भाजपा में शामिल हुए और कुछ वर्षों के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया. बता दें कि बीआरएस पार्टी की घोषणा के बाद देश के कई राज्यों के प्रमुख नेता मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात कर रहे हैं. देश की समस्याओं और अन्य मुद्दों पर चर्चा हो रही है.

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