करौली. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत गुरुवार को करौली दौरे पर रहे. इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने मंत्री शेखावत के काफिले को काले झंडे दिखाते हुए ईआरसीपी योजना को लेकर विरोध जताया. वहीं, काले झंडे दिखाने के मामले पर मंत्री शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कमी को छिपाने और मुझे बेवजह बदनाम करने के लिए काले झंडे दिखाने का काम कर रहे हैं.
ईआरसीपी के नाम पर दिया धोखाः करौली दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि ईआरसीपी के नाम पर राजस्थान की जनता को धोखा देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पाप किया है. उसका अब अंत होना शुरू हो चुका है. मंत्री ने कहा कि सीएम गहलोत ने ईआरसीपी योजना को लेकर कोई प्रयास नहीं किया, जबकि पानी की इस महत्वपूर्ण योजना के समाधान के लिए मैंने नौ बार लगातार बैठक की. मै खुद राजधानी दिल्ली से चलकर सभी अधिकारियों को लेकर जयपुर आया और बैठक की, लेकिन बैठक मे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और साथी मंत्रियों ने आने से साफ मना कर दिया और हम बैरंग वापस लौट गए.
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आमजन को केंद्र सरकार और मेरे प्रति गुमराह कर रहे हैं. शेखावत ने कहा की ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने के नाम पर गहलोत सरकार सिर्फ राजनीति करती है. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने सीएम अशोक गहलोत पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनके पैर में चोट लगने के कारण वह बाहर नहीं जा सकते, लेकिन मैं उनको चुनौती देता हूं जयपुर में कहीं पर भी वह ईआरसीपी को लेकर अपने मंत्रियों के साथ डिबेट कर सकते हैं, मैं तैयार हूं.
सरकार की विदाई तयः केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस साल गहलोत सरकार की राजस्थान से विदाई होना तय है. मंत्री शेखावत ने करौली में बीते साल 2 अप्रेल को हुई आगजनी एवं सांप्रदायिक घटना को सुनियोजित षडयंत्र बताया. साथ ही गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार में पुलिस प्रशासन पूरी तरह फेलियर रहा है. कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण की नीति करती है, उससे राजस्थान में अलगाव पैदा हुआ है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में रोजाना मासूमो को रेप का शिकार बनाया जा रहा है. राजस्थान में खुलेआम रेप, अपराध और भ्रष्टाचार की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रदेश के मुखिया को यह घटनाएं दिखाई नहीं दे रहीं. कांग्रेस पार्टी गहलोत सरकार के रिपीट होने के सपने देख रही है, जबकि इस साल राजस्थान से गहलोत सरकार की विदाई होना तय है.
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NSUI के नेताओं ने दिखाए काले झंडेः मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का काफिला शहर के लक्ष्मी पैलेस मैरिज गार्डन के सामने से गुजरने वाला था. तभी एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष राजेंद्र मनेवा और अन्य पदाधिकारी कार्यकर्ता अचानक काफिले के सामने काले झंडे लेकर आ गए और मंत्री शेखावत के सामने काले झंडे लहराने लगे. साथ ही ईआरसीपी योजना के प्रति अपना विरोध जताने लगे, तभी पुलिस ने और मंत्री के साथ आए सुरक्षा गार्ड्स ने मोर्चा संभालते हुए विरोध जताने वाले नेताओं को दबोच लिया. अचानक से हुई काले झंडे की घटना के बाद मंत्री शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कमी को छुपाने और मुझे बेवजह बदनाम करने के लिए काले झंडे दिखाने का काम कर रहे हैं. ऐसी घटनाओं से अब लोग गुमराह होने वाले नहीं हैं, जनता के सामने गहलोत सरकार की सच्चाई सामने आ चुकी है. जनता विधानसभा चुनाव में इनका जवाब देने के लिए तैयार बैठी है.
पायलट बने किसानों के मसीहाः केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सचिन पायलट को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि मैं सचिन पायलट से आशा करता हूं कि जिस प्रकार उन्होंने प्रदेश में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए हैं, उसी प्रकार से वह किसान सम्मेलन में भाग लेकर किसानों की आवाज भी बनेंगे. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मंत्री सुभाष गर्ग के बयान और लोक दल और कांग्रेस गठबंधन पर तंज करते हुए कहा कि प्रदेश की निकम्मी कांग्रेस सरकार का कितनी भी पार्टियों से गठबंधन हो जाए, लेकिन राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का मानस बन चुकी है.