श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों पर कोई दया नहीं की जाएगी. उपराज्यपाल, मनोज सिन्हा ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में एक आधिकारिक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों के लिए कोई दया नहीं होगी, क्योंकि सूफी संतों की भूमि में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. गुमराह युवाओं को हिंसा से दूर रहना चाहिए और अपने लिए एक बेहतर भविष्य चुनना चाहिए.
सिन्हा ने स्थानीय धर्मगुरुओं से बच्चों पर नजर रखने का आग्रह किया ताकि उन्हें गलत रास्ते पर चलने से रोका जा सके. उन्होंने एक स्थानीय युवा, तनवीर अहमद खान की प्रशंसा की, जिन्होंने भारतीय आर्थिक सेवा (आईईएस) परीक्षा 2020 को क्रैक किया. सिन्हा ने कहा कि उनका प्रशासन कश्मीर में शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. "कश्मीर जैसी जगह में, जहां हर जगह सूफी संत हैं, वहां हिंसा और उग्रवाद के लिए कोई जगह नहीं है.
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सैयद सिमनानी जैसे सूफी संत, जिन्होंने शांति को बढ़ावा देने और हिंसा को हराने के लिए खून और पसीना बहाया, किसी भी तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. यूटी प्रशासन सैयद सिमनानी जैसे सूफी संतों की दृष्टि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति और प्रगति की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है.
दुर्भाग्य से कुछ तत्व और पड़ोसी देश नहीं चाहते कि कश्मीर में शांति को बढ़ावा मिले. सिन्हा ने कहा, जिन युवाओं ने गलत रास्ता चुना है, उन्हें हिंसा से बचना चाहिए. जो युवाओं को हिंसा की ओर धकेल कर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, वे कश्मीर के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
(आईएएनएस)