नई दिल्ली : ऐतिहासिक कुतुब मीनार परिसर में खुदाई की अटकलों के बीच केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी.किशन रेड्डी ने मीडिया रिपोर्ट्स में आई खबरों का खंडन किया है. संस्कृति मंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि परिसर में खुदाई का कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है. इससे पहले आई रिपोर्ट्स में कहा गया था, कुतुब मीनार परिसर में बहुत जल्द खुदाई कराई जाएगी. केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी (Union Minister G. Kishan Reddy) ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की ओर से कुतुब मीनार परिसर में कोई भी खुदाई नहीं की जाएगी. अभी तक इस बारे में हमने कोई भी डिसीजन नहीं लिया है. इस तरह की सभी रिपोर्ट्स बेबुनियाद हैं.
बता दें कि इससे पहले कहा गया था कि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने दिल्ली में मौजूद ऐतिहासिक कुतुब मीनार परिसर की खुदाई के निर्देश दिए हैं. मंत्रालय ने कुतुब मीनार में रखी हिंदू देवताओं की प्रतिमाओं की Iconography करने का आदेश जारी किया है. ASI अब यहां खुदाई का काम करेगी. संस्कृति मंत्रालय के सचिव और अधिकारीयों ने कुछ दिन पहले ही कुतुब मीनार का निरीक्षण किया था, जिसके बाद यहां पुरातत्व विभाग को सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं.
कुतुब मीनार का विवाद क्या है ?
हिंदू संगठन का दावा है कि कुतुब मीनार असल में विष्णु स्तम्भ है और मुस्लिम आक्रांताओं ने यहां मौजूद दर्जनों जैन-हिंदू मंदिरों को तोड़ा था और वहां मस्जिद का निर्माण करवाया था. मुस्लिम आक्रांताओं ने उस वक़्त हिन्दुओं के हौसले को तोड़ने के लिए मंदिरों में रखी भगवान की मूर्तियों को खंडित कर दिया था और उन्हें सलाखों के पीछे रख कर 'शैतान' बताया था. सुप्रीम कोर्ट में कुतुब मीनार में रखी भगवान गणेश की प्रतिमा को अन्यत्र स्थान में ले जाकर विधिवत स्थापित करने की याचिका लगाई गई थी. लेकिन कोर्ट ने किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ पर रोक लगा दी थी. बीते कुछ महीनों से हिंदू समर्थित दलों ने कुतुब मीनार के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ भी शुरू कर दिया था. लोगों का कहना है कि कुतुब मीनार विष्णु स्तम्भ था और इस स्थान का नाम बदल देना चाहिए.
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