बस्तर: निर्भया जैसे कांड ने फिर बस्तर को हिला कर रख दिया है. बस्तर के मारडूम थाना क्षेत्र में मंगलवार रात विधवा महिला से गैंगरेप की घटना से समूचा इलाका सन्न रह गया. दरिंदे शाम को शौच से लौट रही महिला का मुंह दबाकर उसे जंगल में उठा ले गए और बारी बारी दुष्कर्म किया. जब काफी देर तक महिला वापस घर नहीं लौटी तो परिवार को लोग खोजने निकले. घर से 100 मीटर दूर जंगल में महिला दर्द से कराहती मिली. जैसे तैसे रात बीती फिर बुधवार की सुबह उसे डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
शौच से लौट रही विधवा महिला को हैवानों ने बनाया शिकार : जिले के मारडूम थाना क्षेत्र में विधवा महिला मंगलवार की शाम शौच के लिए अपने घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर गई थी. हवस की आग में जल रहे दरिंदे विधवा महिला की ताक में घात लगाकर बैठे थे. जब महिला वापस लौट रही थी, उसी दौरान आरोपियों ने उसे दबोच लिया और मुंह दबाकर उसे जंगल में उठा ले गए. वहां आरोपियों ने महिला के साथ बारी बारी दुष्कर्म किया. इधर काफी देर बाद भी जब महिला घर नहीं लौटी तो परिजन आसपास उसकी तलाश करने लगे. घर से तकरीबन 100 की दूरी पर घरवालों को महिला मिली, जिसकी हालत देख लोग सन्न रह गए. रात जैसे तैसे गुजारी इसके बाद बुधवार की सुबह महिला को डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया.
गैंगरेप पीड़िता का करना पड़ेगा ऑपरेशन: डिमरापाल अस्पताल में भर्ती गैंगरेप महिला की हालत गंभीर बनी हुई है. दरिंदों की हैवानियत से महिला गहरे सदमे में है. डाॅक्टर गैंगरेप पीड़िता की जान बचाने के लिए ऑपरेशन करने की जरूरत बता रहे हैं.
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस भी अस्पताल पहुंची और पीड़ित महिला से पूछताछ की. इसके साथ ही घटनास्थल और गांव में भी पुलिस टीम की ओर से आरोपियों की तलाश की जा रही है. गांव के लोगों से भी पूछताछ हो रही है. फिलहाल अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मारडूम थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. -निवेदिता पॉल, एडिशनल एसपी
मार्च में दरभा में हुआ था गैंगरेप: बस्तर जिले में कुछ महीनों से सामूहिक दुष्कर्म का मामला बढ़ता ही जा रहा है. मार्च 2023 में दरभा थाना क्षेत्र के मावलीपदर में मेला देखने गई युवती के साथ ग्रामीणों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. हालांकि इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. हालांकि इस तरह की वारदात को रोकने के लिए सिर्फ पुलिसिया कार्रवाई ही काफी नहीं है, लड़कों को बेहतर संस्कार देने के साथ ही उनकी संगति और चाल चलन पर भी पैनी नजर रखने की भी जरूरत है.