नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भारत में आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए गुजरात के रास्ते पाकिस्तान से हथियारों और प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी से संबंधित 2022 के मामले में शुक्रवार को सभी 13 पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया. एनआईए विशेष अदालत अहमदाबाद में आरोप पत्र दाखिल किया गया.
दिसंबर 2022 में 13 आरोपियों में से दस को पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव से गैस सिलेंडर में छिपाए गए ड्रग्स और हथियारों की एक बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार किया गया था. एनआईए ने कहा कि जब्ती में 40 किलोग्राम ड्रग्स (हेरोइन), छह पिस्तौल, छह मैगजीन और 9 मिमी के 120 जीवित कारतूस के साथ-साथ पाकिस्तानी दस्तावेज, मोबाइल फोन और पाकिस्तानी मुद्रा शामिल हैं. एनआईए द्वारा आरोपपत्रित शेष तीन पाकिस्तानी आरोपी फरार हैं. उनकी पहचान हाजी सलीम, अकबर और करीम बख्श के रूप में की गई है.
एनआईए ने जिन 10 पाकिस्तानी आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है, उनमें कादरबख्श उमेतन बलूच, अमानुल्लाह मूसा बलूच, इस्माइल सब्जाल बलूच, अल्लाहबख्श हतर बलूच, गोहरबख्श दिलमुराद बलूच, अम्माल फुल्लन बलूच, गुल मोहम्मद हतर बलूच, अंदम अली बोहर बलूच, अब्दुलगनी जुंगियान बलूच और अब्दुलहकीम दिलमुराद बलूच शामिल हैं. एनआईए की जांच से पता चला कि गिरफ्तार किए गए 10 आरोपियों द्वारा हाजी सलीम, अकबर और करीम बख्श के साथ मिलकर अत्याधुनिक और आयातित हथियारों की खेप भारत में तस्करी कर भारत स्थित फरार आरोपी हारुन को डिलीवरी के लिए लाई जा रही थी.
एनआईए ने कहा कि हारुन ने पंजाब और उत्तर भारत में सक्रिय आतंकवादी संगठनों और गिरोहों को धन मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान से भारत में हथियारों और प्रतिबंधित पदार्थों की खेप की अवैध रूप से तस्करी करने की साजिश रची थी. इस साजिश का पर्दाफाश तब हुआ जब गुजरात एटीएस को इनपुट मिला कि पाकिस्तान स्थित ड्रग माफिया हाजी सलीम, पाकिस्तान से ओखा तट के माध्यम से प्रतिबंधित दवाओं और अवैध हथियारों की बड़ी खेप की तस्करी करने की कोशिश कर रहा है.
एटीएस को गुप्त सूचना मिली थी कि उक्त खेप 27 और 28 दिसंबर, 2022 को "अल-सोहेली" नामक मछली पकड़ने वाली नाव के माध्यम से ओखा जेट्टी के पास भारतीय जल सीमा में पहुंचेगी. एनआईए ने कहा कि एटीएस ने ओखा तट रक्षक को सूचित किया और एक संयुक्त अभियान में दोनों एजेंसियों ने नाव जब्त कर ली.
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