नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ आरएस शर्मा ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार के लिए ट्राई और दूरसंचार अधिकारियों के साथ चर्चा की जाए. उन्होंने यह बात तब कही जब आठ पूर्वोत्तर राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सभी राज्यों में कनेक्टिविटी खराब है और इससे नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं की सुचारू डिलीवरी प्रभावित हो रही है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ सोमवार को सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ प्रमुख आयुष्मान भारत और आयुष्मान संगम की समीक्षा की. बैठक में सभी राज्य प्रतिनिधियों ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में दूरस्थ आबादी की कनेक्टिविटी के बारे में चिंता व्यक्त की. शर्मा ने कहा कि दूरदराज के गांवों में कनेक्टिविटी सबसे बड़ा मुद्दा है. मैं इस मामले को ट्राई और दूरसंचार अधिकारियों के साथ उठाऊंगा. एनएचए सीईओ ने ग्राम स्तर पर गठित ग्राम स्वास्थ्य परिषद की सराहना की.
वीएचसी का गठन ग्राम स्तर पर किया जाता है जिसमें जमीनी स्तर पर सभी नागरिकों को शामिल किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को जमीनी स्तर पर परिषद द्वारा सीधे पर्यवेक्षण के साथ संबोधित किया जाता है. हम इस विचार (ग्राम स्वास्थ्य परिषद) को लागू करने के लिए अन्य राज्यों को मनाने की कोशिश करेंगे. समीक्षा करने का उद्देश्य राज्य स्तर पर काम करने वाले ऐसे विचारों को भी लागू करना है. मेघालय के स्वास्थ्य आयुक्त और सचिव संपत कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत के तहत अब तक योजना के तहत 290 करोड़ रुपये से अधिक दावों का निपटारा किया गया है.