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कोरोना के नये वेरिएंट मिलने से दुनियाभर में हाहाकार, पाबंदियां शुरू

दक्षिण अफ्रिकी देशों में (South African countries ) कोरोना के नये वेरिएंट(variant ) पाये जाने के बाद विश्व में एक बार फिर से हाहाकार मच गया है. बताया जाता है कि नया वेरिएंट डेल्टा से भी खतरनाक है. नये वेरिएंट ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों और सरकारों को चिंता में डाल दिया है. कई देशों ने अफ्रिकी देशों पर पाबंदियां लगी दी हैं. वहीं, सरकारें एहतियातन सख्त कदम उठाने शुरू कर दिये हैं. डब्ल्यूएचओ ने वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला’ करार दिया है. इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया गया है.

कोरोना के नये वेरिएंट मिलने के बाद दुनियाभर में हाहाकार
कोरोना के नये वेरिएंट मिलने के बाद दुनियाभर में हाहाकार
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Published : Nov 27, 2021, 8:28 AM IST

Updated : Nov 27, 2021, 10:31 AM IST

नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रिकी देशों में कोरोना के वेरिएंट पाये जाने के बाद विश्व में एक बार फिर से हाहाकार मच गया है. वैश्विक महामारी कोरोना एक बार फिर से दस्तक देने के लिए तैयार है. कोरोना के नये वेरिएंट ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों और सरकारों को चिंता में डाल दिया है. कई देशों ने अफ्रिकी देशों पर पाबंदियां लगी दी हैं.

बता दें कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार को 'बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार' करार दिया है और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है.

यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसे देखते हुए कई देशों ने एहतियातन सख्त कदम उठाए हैं. वियना में पाबंदिया लगाई गयी हैं. कई देशों ने लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रहा है.

यूरोपीय के कई देशों में कोरोना से हाहाकार मचना शुरू हो गया है. यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस की नई लहर देखने को मिल रही है. काफी संख्या में मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. क्रिसमस से पहले जहां बाजारों में रौनक रहती थी वहां सन्नाटा रह रहा है.

ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रिकी देशों के लिए विमान सेवा पर लगायी रोक

दक्षिण अफ्रिकी देशों में कोरोना का नया वेरिएंट मिलने के बाद ब्रिटेन ने एहतियातन अफ्रिकी देशों के लिए विमान सेवा अस्थायी रूप से रोक दी है. ब्रिटेन में अब तक तीन बार लॉकडाउन लगाया जा चुका है. हालांकि, लंदन की स्थिति कमोवेश बेहतर है. यहां लोगों बाजारों पार्कों , थिएटरों में देखे जा सकते हैं. आस्ट्रिया की राजधानी वियना में बार बंद कर दिया गया है. वहीं जर्मनी के म्यूनिख शहर में बाजारे खाली हैं.

दिल्ली में डीडीएमए की बैठक

भारत में भी इसे गंभीरता से लिया जा रहा है. हालांकि अभी यहां पाबंदिया या लॉकडाउन जैसे स्थिति नहीं है, हलांकि वैज्ञानिकों और सरकार के लिए चिंता का विषय है. दिल्ली सरकार ने कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों से सलाह मांगी है. डीडीएमए की बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में नये वेरिएंट को लेकर चर्चा की जाएगी. देश में दूसरी लहर जैसी स्थित न बने इसके लिए भी तैयारी शुरू कर दी गई है.

कोरोना के नये वेरिएंट
कोरोना के नये वेरिएंट

दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 23 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत रही. वहीं, इस अवधि में संक्रमण से मौत का कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.

ये भी पढ़ें- WTO ने नए कोविड वेरिएंट के चलते जिनेवा मंत्रिस्तरीय बैठक स्थगित की

विभाग के मुताबिक, दिल्ली में अब तक संक्रमण के 14,40,807 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 14.15 लाख से अधिक लोग ठीक हुए हैं। शहर में अब तक इस घातक वायरस के कारण 25,095 लोगों की मौत हो चुकी है.

डब्ल्यूएचओ ने वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला’ करार दिया

विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार’ करार दिया है और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है.

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा शुक्रवार को की गई यह घोषणा पिछले कुछ महीनो में वायरस के नए प्रकार के वर्गीकरण में पहली बार की गई है. इसी वर्ग में कोरोना वायरस के डेल्टा प्रकार को भी रखा गया था जिसका प्रसार दुनियाभर में हुआ था.

डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह

डब्ल्यूएचओ समेत चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस स्वरूप के बारे में विस्तारपूर्वक अध्ययन किए जाने से पहले जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया देने के खिलाफ आगाह किया है. लेकिन इस वायरस से दुनियाभर में 50 लाख से अधिक लोगों की मौत के बाद लोग डरे हुए हैं.

इन देशों ने लगाए प्रतिबंध

अफ्रिकी देशों में कोरोना के नए वेरिएंट पाये जाने के बाद कई देशों ने एहतियातन सख्त कदम उठाए हैं. कई देश अब तक दक्षिण अफ्रीका पर प्रतिबंध लगा चुके हैं. उन देशों जिसने पाबंदी लगाई है उनमें इटली, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, जापान, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, नीदरलैंड, माल्टा, मलेशिया, मोरक्को, फिलीपींस, दुबई, जॉर्डन, अमेरिका, कनाडा,जर्मनी,बेल्जियम,चेक गणराज्य और तुर्की शामिल हैं.

कनाडा ने लगाया प्रतिबंध

कोरोना वायरस का नया प्रकार सामने आने के बाद कनाडा ने उन यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जो अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा कर के आए हैं.
अमेरिकी देशों ने लगायी पाबंदी
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका सोमवार से दक्षिण अफ्रीका और क्षेत्र में सात अन्य देशों से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा. बाइडन ने कहा कि इसका मतलब है कि देश लौट रहे अमेरिकी नागरिकों और स्थायी निवासियों के अलावा इन देशों से न कोई आएगा और न ही कोई वहां जाएगा.

कनाडा ने लगाया प्रतिबंध

कनाडा ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने उन विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है जिन्होंने पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा की है. कनाडा ने यह निर्णय कोरोना वायरस के नए प्रकार ‘ओमीक्रॉन’ के सामने आने के बाद लिया है। सरकार के मंत्रियों ने यह भी कहा कि पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा करने वाले सभी कनाडाई नागरिकों की जांच भी अनिवार्य होगी. पिछले 14 दिन में कनाडा आने वाले लोगों को भी पृथक-वास में रहने और कोविड संक्रमण की जांच कराने को कहा गया है.

इजराइल में आया पहला मामला

दुनिया के सबसे अधिक टीकाकरण करने वाले देशों में से एक इजराइल ने शुक्रवार को एलान किया कि उसके यहां मलावी से लौटे एक यात्री में कोरोना वायरस के नए स्वरूप का पहला मामला आया है. यात्री और दो अन्य संदिग्ध लोगों को पृथक-वास में रखा गया है. इजराइल ने बताया कि तीनों ने टीके की खुराक ले रखी है लेकिन अधिकारी उनके टीकाकरण की वास्तविक स्थिति का पता लगा रहे हैं.

बाइडन ने कहा सतर्कता बरतेंगे

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने नए स्वरूप के बारे में कहा, ‘ऐसा लगता है कि यह तेजी से फैलता है.’ नयी यात्रा पाबंदियों की घोषणा करते हुए उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने फैसला किया है कि हम सतर्कता बरतेंगे.’

डब्ल्यूएचओ- खतरों को अभी समझा नहीं गया है

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमीक्रॉन के वास्तविक खतरों को अभी समझा नहीं गया है लेकिन शुरुआती सबूतों से पता चलता है कि अन्य अत्यधिक संक्रामक स्वरूपों के मुकाबले इससे फिर से संक्रमित होने का जोखिम अधिक है. इसका मतलब है कि जो लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं और उससे उबर गए हैं, वे फिर से संक्रमित हो सकते हैं. हालांकि, यह जानने में हफ्तों का वक्त लगेगा कि क्या मौजूदा टीके इसके खिलाफ कम प्रभावी हैं.

साजिद जाविद ने कहा जल्द कदम उठाने चाहिए

ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने सांसदों से कहा, ‘हमें जल्द से जल्द हर संभव कदम उठाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.’ दक्षिणी अफ्रीका के साथ ही बेल्जियम, हांगकांग और इजराइल आने वाले यात्रियों में भी ओमीक्रॉन स्वरूप के मामले देखे गए हैं.

बेल्जियम मंत्री फ्रैंक वैंडेनब्रुक ने कहा यह एक संदिग्ध स्वरूप है

बेल्जियम के स्वास्थ्य मंत्री फ्रैंक वैंडेनब्रुक ने कहा, ‘यह एक संदिग्ध स्वरूप है. हम नहीं जानते कि क्या यह बहुत खतरनाक स्वरूप है.'

चेक गणराज्य में संक्रमण के दैनिक मामले 27 हजार के पार

चेक गणराज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 27 हजार से अधिक मामले सामने आये हैं. संक्रमण ने न केवल देश के राष्ट्रपति को प्रभावित किया है बल्कि इससे नव निर्वाचित प्रधानमंत्री की नियुक्ति में भी देरी हुयी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में संक्रमण के 27717 नये मामले सामने आये हैं जो मंगलवार की अपेक्षा दो हजार अधिक है.

ये भी पढ़ें- Covid-19 : देश में 24 घंटे में कोरोना से 465 मौतें, 8,318 नए मामले

देश में संक्रमण दर एक नयी ऊंचाई पर पहुंच चुकी है. पिछले सात दिनों में देश में प्रत्येक एक लाख लोगों में से 1231 संक्रमित हो रहे हैं. इस बीच, देश के राष्ट्रपति मिलोस जमैन को प्राग स्थित सैन्य अस्पताल से शनिवार को छुट्टी दी जायेगी. एक दिन पहले, एक महीने तक चले इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी, लेकिन कोविड से संक्रमित पाये जाने के बाद उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती किया गया.

जमान (77) को निचले सदन के चुनाव के एक दिन बाद 10 अक्टूबर को पुरानी बीमारी के कारण तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि अस्पताल से छुट्टी के बाद राष्ट्रपति, चुनाव जीतने वाले गठबंधन के नेता पीटर फियाला को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलायेंगे. यह समारोह शुक्रवार को होना था. फियाला ने कहा, ‘नयी सरकार का आना हर व्यक्ति के हित में होगा.'

कार्यालय ने बताया कि समारेाह का आयोजन कोरोना वायरस दिशा निर्देश के अनुसार किया जयेगा लेकिन इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गयी है. चेक गणराज्य में संक्रमित पाये जाने वाले लोगों को निश्चित तौर पर पृथक-वास में जाना होगा.

सिंगापुर ने यात्रियों पर लगाया प्रतिबंध

सिंगापुर ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के सात देशों की यात्रा करने वाले यात्रियों के देश में आने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 का नया स्वरूप सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया हैं, जिसके अधिक घातक एवं संक्रामक होने की आशंका है.

मंत्रालय ने बताया कि रात 11 बजकर 59 मिनट से बोत्सवाना, इस्वातिनी, लेसोथो, मोज़ाम्बिक, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और ज़िम्बाब्वे में पिछले 14 दिनों के भीतर यात्रा करने वाले सभी लोगों को सिंगापुर में प्रवेश करने या यहां से होकर गुजरने की अनुमति नहीं होगी. प्रतिबंध उन लोगों पर भी लागू होते हैं जिन्होंने सिंगापुर में प्रवेश के लिए पूर्व स्वीकृति प्राप्त की है. सिंगापुर के नागरिकों और स्थायी निवासियों को देश लौटने पर 10 दिन निर्धारित केन्द्र में पृथकवास में रहना होगा.

‘एक न्यूज चैनल’ ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से कहा, ‘कोविड-19 के अधिक संक्रामक स्वरूप बी.1.1.529 के सामने आने की खबरें है, जिसके बोत्सवाना, इस्वातिनी, लेसोथो, मोज़ाम्बिक, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और ज़िम्बाब्वे में फैले होने की आशंका है. अभी दुनियाभर के वैज्ञानिक इस नए स्वरूप के बारे में और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.’

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सिंगापुर में इस नए स्वरूप का अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है, इसलिए ‘इसके यहां फैलने के खतरे को कम करने के लिए हमें एहतियाती कदम उठाने चाहिए.' मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सिंगापुर में अभी तक कोविड-19 के 258,785 मामले सामने आए हैं और संक्रमण से 681 लोगों की मौत हुई है.

नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रिकी देशों में कोरोना के वेरिएंट पाये जाने के बाद विश्व में एक बार फिर से हाहाकार मच गया है. वैश्विक महामारी कोरोना एक बार फिर से दस्तक देने के लिए तैयार है. कोरोना के नये वेरिएंट ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों और सरकारों को चिंता में डाल दिया है. कई देशों ने अफ्रिकी देशों पर पाबंदियां लगी दी हैं.

बता दें कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार को 'बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार' करार दिया है और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है.

यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसे देखते हुए कई देशों ने एहतियातन सख्त कदम उठाए हैं. वियना में पाबंदिया लगाई गयी हैं. कई देशों ने लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रहा है.

यूरोपीय के कई देशों में कोरोना से हाहाकार मचना शुरू हो गया है. यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस की नई लहर देखने को मिल रही है. काफी संख्या में मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. क्रिसमस से पहले जहां बाजारों में रौनक रहती थी वहां सन्नाटा रह रहा है.

ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रिकी देशों के लिए विमान सेवा पर लगायी रोक

दक्षिण अफ्रिकी देशों में कोरोना का नया वेरिएंट मिलने के बाद ब्रिटेन ने एहतियातन अफ्रिकी देशों के लिए विमान सेवा अस्थायी रूप से रोक दी है. ब्रिटेन में अब तक तीन बार लॉकडाउन लगाया जा चुका है. हालांकि, लंदन की स्थिति कमोवेश बेहतर है. यहां लोगों बाजारों पार्कों , थिएटरों में देखे जा सकते हैं. आस्ट्रिया की राजधानी वियना में बार बंद कर दिया गया है. वहीं जर्मनी के म्यूनिख शहर में बाजारे खाली हैं.

दिल्ली में डीडीएमए की बैठक

भारत में भी इसे गंभीरता से लिया जा रहा है. हालांकि अभी यहां पाबंदिया या लॉकडाउन जैसे स्थिति नहीं है, हलांकि वैज्ञानिकों और सरकार के लिए चिंता का विषय है. दिल्ली सरकार ने कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों से सलाह मांगी है. डीडीएमए की बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में नये वेरिएंट को लेकर चर्चा की जाएगी. देश में दूसरी लहर जैसी स्थित न बने इसके लिए भी तैयारी शुरू कर दी गई है.

कोरोना के नये वेरिएंट
कोरोना के नये वेरिएंट

दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 23 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत रही. वहीं, इस अवधि में संक्रमण से मौत का कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.

ये भी पढ़ें- WTO ने नए कोविड वेरिएंट के चलते जिनेवा मंत्रिस्तरीय बैठक स्थगित की

विभाग के मुताबिक, दिल्ली में अब तक संक्रमण के 14,40,807 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 14.15 लाख से अधिक लोग ठीक हुए हैं। शहर में अब तक इस घातक वायरस के कारण 25,095 लोगों की मौत हो चुकी है.

डब्ल्यूएचओ ने वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला’ करार दिया

विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार’ करार दिया है और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है.

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा शुक्रवार को की गई यह घोषणा पिछले कुछ महीनो में वायरस के नए प्रकार के वर्गीकरण में पहली बार की गई है. इसी वर्ग में कोरोना वायरस के डेल्टा प्रकार को भी रखा गया था जिसका प्रसार दुनियाभर में हुआ था.

डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह

डब्ल्यूएचओ समेत चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस स्वरूप के बारे में विस्तारपूर्वक अध्ययन किए जाने से पहले जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया देने के खिलाफ आगाह किया है. लेकिन इस वायरस से दुनियाभर में 50 लाख से अधिक लोगों की मौत के बाद लोग डरे हुए हैं.

इन देशों ने लगाए प्रतिबंध

अफ्रिकी देशों में कोरोना के नए वेरिएंट पाये जाने के बाद कई देशों ने एहतियातन सख्त कदम उठाए हैं. कई देश अब तक दक्षिण अफ्रीका पर प्रतिबंध लगा चुके हैं. उन देशों जिसने पाबंदी लगाई है उनमें इटली, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, जापान, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, नीदरलैंड, माल्टा, मलेशिया, मोरक्को, फिलीपींस, दुबई, जॉर्डन, अमेरिका, कनाडा,जर्मनी,बेल्जियम,चेक गणराज्य और तुर्की शामिल हैं.

कनाडा ने लगाया प्रतिबंध

कोरोना वायरस का नया प्रकार सामने आने के बाद कनाडा ने उन यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जो अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा कर के आए हैं.
अमेरिकी देशों ने लगायी पाबंदी
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका सोमवार से दक्षिण अफ्रीका और क्षेत्र में सात अन्य देशों से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा. बाइडन ने कहा कि इसका मतलब है कि देश लौट रहे अमेरिकी नागरिकों और स्थायी निवासियों के अलावा इन देशों से न कोई आएगा और न ही कोई वहां जाएगा.

कनाडा ने लगाया प्रतिबंध

कनाडा ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने उन विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है जिन्होंने पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा की है. कनाडा ने यह निर्णय कोरोना वायरस के नए प्रकार ‘ओमीक्रॉन’ के सामने आने के बाद लिया है। सरकार के मंत्रियों ने यह भी कहा कि पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा करने वाले सभी कनाडाई नागरिकों की जांच भी अनिवार्य होगी. पिछले 14 दिन में कनाडा आने वाले लोगों को भी पृथक-वास में रहने और कोविड संक्रमण की जांच कराने को कहा गया है.

इजराइल में आया पहला मामला

दुनिया के सबसे अधिक टीकाकरण करने वाले देशों में से एक इजराइल ने शुक्रवार को एलान किया कि उसके यहां मलावी से लौटे एक यात्री में कोरोना वायरस के नए स्वरूप का पहला मामला आया है. यात्री और दो अन्य संदिग्ध लोगों को पृथक-वास में रखा गया है. इजराइल ने बताया कि तीनों ने टीके की खुराक ले रखी है लेकिन अधिकारी उनके टीकाकरण की वास्तविक स्थिति का पता लगा रहे हैं.

बाइडन ने कहा सतर्कता बरतेंगे

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने नए स्वरूप के बारे में कहा, ‘ऐसा लगता है कि यह तेजी से फैलता है.’ नयी यात्रा पाबंदियों की घोषणा करते हुए उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने फैसला किया है कि हम सतर्कता बरतेंगे.’

डब्ल्यूएचओ- खतरों को अभी समझा नहीं गया है

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमीक्रॉन के वास्तविक खतरों को अभी समझा नहीं गया है लेकिन शुरुआती सबूतों से पता चलता है कि अन्य अत्यधिक संक्रामक स्वरूपों के मुकाबले इससे फिर से संक्रमित होने का जोखिम अधिक है. इसका मतलब है कि जो लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं और उससे उबर गए हैं, वे फिर से संक्रमित हो सकते हैं. हालांकि, यह जानने में हफ्तों का वक्त लगेगा कि क्या मौजूदा टीके इसके खिलाफ कम प्रभावी हैं.

साजिद जाविद ने कहा जल्द कदम उठाने चाहिए

ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने सांसदों से कहा, ‘हमें जल्द से जल्द हर संभव कदम उठाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.’ दक्षिणी अफ्रीका के साथ ही बेल्जियम, हांगकांग और इजराइल आने वाले यात्रियों में भी ओमीक्रॉन स्वरूप के मामले देखे गए हैं.

बेल्जियम मंत्री फ्रैंक वैंडेनब्रुक ने कहा यह एक संदिग्ध स्वरूप है

बेल्जियम के स्वास्थ्य मंत्री फ्रैंक वैंडेनब्रुक ने कहा, ‘यह एक संदिग्ध स्वरूप है. हम नहीं जानते कि क्या यह बहुत खतरनाक स्वरूप है.'

चेक गणराज्य में संक्रमण के दैनिक मामले 27 हजार के पार

चेक गणराज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 27 हजार से अधिक मामले सामने आये हैं. संक्रमण ने न केवल देश के राष्ट्रपति को प्रभावित किया है बल्कि इससे नव निर्वाचित प्रधानमंत्री की नियुक्ति में भी देरी हुयी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में संक्रमण के 27717 नये मामले सामने आये हैं जो मंगलवार की अपेक्षा दो हजार अधिक है.

ये भी पढ़ें- Covid-19 : देश में 24 घंटे में कोरोना से 465 मौतें, 8,318 नए मामले

देश में संक्रमण दर एक नयी ऊंचाई पर पहुंच चुकी है. पिछले सात दिनों में देश में प्रत्येक एक लाख लोगों में से 1231 संक्रमित हो रहे हैं. इस बीच, देश के राष्ट्रपति मिलोस जमैन को प्राग स्थित सैन्य अस्पताल से शनिवार को छुट्टी दी जायेगी. एक दिन पहले, एक महीने तक चले इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी, लेकिन कोविड से संक्रमित पाये जाने के बाद उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती किया गया.

जमान (77) को निचले सदन के चुनाव के एक दिन बाद 10 अक्टूबर को पुरानी बीमारी के कारण तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि अस्पताल से छुट्टी के बाद राष्ट्रपति, चुनाव जीतने वाले गठबंधन के नेता पीटर फियाला को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलायेंगे. यह समारोह शुक्रवार को होना था. फियाला ने कहा, ‘नयी सरकार का आना हर व्यक्ति के हित में होगा.'

कार्यालय ने बताया कि समारेाह का आयोजन कोरोना वायरस दिशा निर्देश के अनुसार किया जयेगा लेकिन इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गयी है. चेक गणराज्य में संक्रमित पाये जाने वाले लोगों को निश्चित तौर पर पृथक-वास में जाना होगा.

सिंगापुर ने यात्रियों पर लगाया प्रतिबंध

सिंगापुर ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के सात देशों की यात्रा करने वाले यात्रियों के देश में आने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 का नया स्वरूप सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया हैं, जिसके अधिक घातक एवं संक्रामक होने की आशंका है.

मंत्रालय ने बताया कि रात 11 बजकर 59 मिनट से बोत्सवाना, इस्वातिनी, लेसोथो, मोज़ाम्बिक, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और ज़िम्बाब्वे में पिछले 14 दिनों के भीतर यात्रा करने वाले सभी लोगों को सिंगापुर में प्रवेश करने या यहां से होकर गुजरने की अनुमति नहीं होगी. प्रतिबंध उन लोगों पर भी लागू होते हैं जिन्होंने सिंगापुर में प्रवेश के लिए पूर्व स्वीकृति प्राप्त की है. सिंगापुर के नागरिकों और स्थायी निवासियों को देश लौटने पर 10 दिन निर्धारित केन्द्र में पृथकवास में रहना होगा.

‘एक न्यूज चैनल’ ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से कहा, ‘कोविड-19 के अधिक संक्रामक स्वरूप बी.1.1.529 के सामने आने की खबरें है, जिसके बोत्सवाना, इस्वातिनी, लेसोथो, मोज़ाम्बिक, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और ज़िम्बाब्वे में फैले होने की आशंका है. अभी दुनियाभर के वैज्ञानिक इस नए स्वरूप के बारे में और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.’

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सिंगापुर में इस नए स्वरूप का अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है, इसलिए ‘इसके यहां फैलने के खतरे को कम करने के लिए हमें एहतियाती कदम उठाने चाहिए.' मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सिंगापुर में अभी तक कोविड-19 के 258,785 मामले सामने आए हैं और संक्रमण से 681 लोगों की मौत हुई है.

Last Updated : Nov 27, 2021, 10:31 AM IST
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