ETV Bharat / bharat

भारत के UPI प्लेटफॉर्म को लागू करने वाला पहला देश बना नेपाल

नेपाल पहला देश है, जिसने भारत की यूपीआई व्यवस्था को अपनाया (nepal adopted upi platform) है. इससे भारत और नेपाल के बीच आर्थिक बॉन्डिंग और मजबूत होगी. नेपाल ने नकद लेनदेन के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने वाले भुगतान मंच के रूप में यूपीआई को अपना लिया है.

concept photo upi
कॉन्सेप्ट फोटो
author img

By

Published : Feb 17, 2022, 5:53 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने गुरुवार को कहा कि नेपाल भारत की यूपीआई प्रणाली को अपनाने वाला पहला देश बन गया (nepal adopted upi platform) है, जिससे पड़ोसी देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में उल्लेखनीय मदद मिलेगी. एनपीसीआई की अंतरराष्ट्रीय शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने नेपाल में सेवाएं देने के लिए गेटवे पेमेंट्स सर्विस (जीपीएस) और मनम इन्फोटेक के साथ हाथ मिलाया है.

जीपीएस नेपाल में अधिकृत भुगतान प्रणाली परिचालक है. मनम इन्फोटेक नेपाल में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को लागू करेगी. एनपीसीआई ने एक बयान में कहा कि इस गठजोड़ से नेपाल में लोगों के लिए सुविधा बढ़ेगी और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा. बयान के मुताबिक, नेपाल, भारत के बाहर पहला देश होगा, जिसने नकद लेनदेन के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने वाले भुगतान मंच के रूप में यूपीआई को अपनाया है.

जीपीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश प्रसाद मनंधर ने कहा कि यूपीआई सेवा ने भारत में डिजिटल भुगतान के मामले में अत्यधिक सकारात्मक प्रभाव डाला है. उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि यूपीआई नेपाल में डिजिटल अर्थव्यवस्था को बदलने और कम नकदी वाले समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.' एनआईपीएल के सीईओ रितेश शुक्ला ने बयान में कहा कि हमें विश्वास है कि यह पहल एनआईपीएल की तकनीकी क्षमताओं और वैश्विक स्तर पर अपनी बेमिसाल पेशकश को बढ़ाने में मददगार होगी.

यूपीआई ने 2021 में 940 अरब डॉलर के 3,900 करोड़ वित्तीय लेनदेन को सक्षम किया, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 31 प्रतिशत के बराबर है.
ये भी पढ़ें : LIC के पास अनक्लेम्ड हैं 21,539 करोड़ रुपये, अगर आपका पैसा भी फंसा है तो कर सकते हैं क्लेम

नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने गुरुवार को कहा कि नेपाल भारत की यूपीआई प्रणाली को अपनाने वाला पहला देश बन गया (nepal adopted upi platform) है, जिससे पड़ोसी देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में उल्लेखनीय मदद मिलेगी. एनपीसीआई की अंतरराष्ट्रीय शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने नेपाल में सेवाएं देने के लिए गेटवे पेमेंट्स सर्विस (जीपीएस) और मनम इन्फोटेक के साथ हाथ मिलाया है.

जीपीएस नेपाल में अधिकृत भुगतान प्रणाली परिचालक है. मनम इन्फोटेक नेपाल में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को लागू करेगी. एनपीसीआई ने एक बयान में कहा कि इस गठजोड़ से नेपाल में लोगों के लिए सुविधा बढ़ेगी और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा. बयान के मुताबिक, नेपाल, भारत के बाहर पहला देश होगा, जिसने नकद लेनदेन के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने वाले भुगतान मंच के रूप में यूपीआई को अपनाया है.

जीपीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश प्रसाद मनंधर ने कहा कि यूपीआई सेवा ने भारत में डिजिटल भुगतान के मामले में अत्यधिक सकारात्मक प्रभाव डाला है. उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि यूपीआई नेपाल में डिजिटल अर्थव्यवस्था को बदलने और कम नकदी वाले समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.' एनआईपीएल के सीईओ रितेश शुक्ला ने बयान में कहा कि हमें विश्वास है कि यह पहल एनआईपीएल की तकनीकी क्षमताओं और वैश्विक स्तर पर अपनी बेमिसाल पेशकश को बढ़ाने में मददगार होगी.

यूपीआई ने 2021 में 940 अरब डॉलर के 3,900 करोड़ वित्तीय लेनदेन को सक्षम किया, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 31 प्रतिशत के बराबर है.
ये भी पढ़ें : LIC के पास अनक्लेम्ड हैं 21,539 करोड़ रुपये, अगर आपका पैसा भी फंसा है तो कर सकते हैं क्लेम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.