श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी संविधान के दायरे से बाहर जम्मू-कश्मीर में समस्याओं के समाधान की तलाश में विश्वास नहीं करती है. सनत नगर में अमीरा कदल ब्लॉक के पार्टी के एक दिवसीय ब्लॉक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग पीएजीडी में खामियां ढूंढ़ रहे हैं उन्हें जवाब देना चाहिए कि वे पहले इसमें शामिल क्यों हुए. उन्हें जवाब देना चाहिए कि उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के साथ हाथ क्यों मिलाया.
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उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों है कि एनसी और पीएजीडी तब उनके लिए क्यों पवित्र थे? उन्होंने सवाल किया कि क्या इन सवालों के जवाब उनके पास हैं? हर बार वे ही सवाल करते हैं, अब उनके लिए जवाब देने का समय है. उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर के संबंध में नेशनल कांफ्रेंस की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है. उन्होंने कहा कि पार्टी भारतीय संविधान के दायरे में जम्मू-कश्मीर से संबंधित मुद्दों के समाधान की तलाश करती है.
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उन्होंने कहा कि हम वह नहीं हैं जो 90 के दशक में कश्मीर में बंदूकें लाए और बदले समय के साथ रंग बदल कर मुख्यधारा में शामिल हुए. हमने लोगों के साथ अपने संबंध झूठ और छल पर आधारित नहीं किए हैं. हमने हमेशा माना है कि देश का संविधान हमें जो भी देगा, वह हमारे पास होगा. उन्होंने कहा कि उन्हें अपने काम के लिए जवाब देना होगा, हमें नहीं. हमने युवाओं को बंदूकें नहीं पकड़ाया, लेने के लिए कभी धोखा नहीं दिया. हमने अपने पीसने के लिए लोगों को तोप के चारे के रूप में इस्तेमाल नहीं किया. जिन्होंने किया उन्हें जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे समय के दौरान कई नई पार्टियों का गठन किया गया था. हमने इस प्रक्रिया में बाधा नहीं डाली. हाल के दिनों में मेरे कई करीबी सहयोगियों ने हमारी पार्टी के साथ अपने रास्ते अलग कर लिए. मैंने उन्हें रोका नहीं.