बीजापुर : पुलिस, जिले में नक्सल विरोधी अभियान चला रही है. इसके लिए पुलिस और कोबरा बटालियन के जवान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाते हैं. इस सर्च अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली. मिलिशिया कैडर्स के ग्रामीणों के साथ बैठक करने की सूचना पुलिस को मिली. जिसके बाद थाना बासागुड़ा और कोबरा 210 का संयुक्त बल सारकेगुड़ा कोरसागुड़ा की ओर रवाना हुआ. गश्त सर्चिंग के दौरान कोरसागुड़ा के जंगल में एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर छिप रहा था.जिसे घेराबंदी करके पकड़ा गया.
पकड़ा गया नक्सली पदम दामा उर्फ सुरैया: पकड़े गए ग्रामीण का नाम पदम दामा उर्फ सुरैया है.जिसकी उम्र 35 साल है. सुरैया को पिछले कई नक्सली घटनाओं का मास्टर माइंड माना जाता है.लिहाजा पुलिस इसकी तलाश कर रही थी. पदम दामा पर 17 अगस्त 2012 को चिलकापल्ली के जंगल में फायरिंग करने की घटना, 02 अक्टूबर 2012 को आउटपल्ली लाचरगुट्टा के पास पुलिस पार्टी पर बम ब्लास्ट कर फायरिंग करने की घटना, 06 अगस्त 2016 को राजपेंटा पुलिया के पास प्रेशर आईईडी लगाने, 27 दिसंबर 2016 को बासागुड़ा पोटाकेबिन के पास डायरेक्शनल पाइप बम ब्लास्ट करने की घटना में शामिल होने के आरोप हैं.
नक्सली को भेजा गया जेल : वर्तमान में नक्सली सुरैया ग्राम कोरसागुड़ा जनताना सरकार पंच कमेटी के अध्यक्ष के पद पर काम कर रहा था. नक्सली सुरैया के खिलाफ थाना बासागुड़ा में पहले से 04 स्थाई वारंट लंबित हैं. थाना बासागुड़ा में कार्रवाई के बाद आरोपी नक्सली को न्यायालय बीजापुर पेश कर जेल भेजा गया है.
सिविक कार्यक्रम से ग्रामीणों को पहुंचाया लाभ : एक तरफ पुलिस और फोर्स नक्सलियों को बैकफुट पर धकेल रही है.वहीं दूसरी तरफ सिविक एक्शन कार्यक्रम चलाकर अपना कर्तव्य भी निभा रही है.इसी कड़ी में सिलगेर में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आयोजन में सिलगेर ग्राम पंचायत के सभी आश्रित ग्रामों के लगभग 400 ग्रामीणों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में आये समस्त ग्रामीणों के लिये भोजन की व्यवस्था की गई. वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बासागुड़ा और सीआरपीएफ 229 ने ग्रामीणों के लिये नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया. जिसमें सिविक कार्यक्रम में आए ग्रामीणों ने उपचार कराया और स्वास्थ्य लाभ लिया
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पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों ने किया सरेंडर : छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 04 महिलाओं सहित 19 नक्सलियों ने महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप,पुलिस अधीक्षक एवं प्रशासन के सामने सरेंडर किया. प्रोत्साहन के तौर पर आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 10-10 हजार की राशि भी दी गई.