बीजापुर : बासागुडा इलाके के चिन्नागेल्लूर में जवानों के कैंप पर नक्सलियों ने गुरुवार रात हमला बोल दिया. कैम्प को निशाना बनाते हुए नक्सलियों ने देसी लांचर दागे. नक्सली हमले के बाद जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया. सेना की ओर से जवाबी कार्रवाई होने पर नक्सली भाग निकले. हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. हमले को लेकर अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. मानसून में भी जवानों की ओर से लगातार नक्सलियों पर कार्रवाई हो रही है. माना जा रही है इसी से बौखलाकर नक्सलियों ने इस हमले को अंजाम दिया है.
एक दिन पहले ही नक्सली कैंप किया था ध्वस्त: 12 जुलाई को बस्तर संभाग के सुकमा और दंतेवाड़ा जिले के सरहदी इलाके में बसे नक्सली क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों ने 48 घंटे तक अभियान चलाकर नक्सलियों के कैंप पर धावा बोला. 200 नक्सलियों की क्षमता वाले 2 बड़े-बड़े नक्सली कैंप को जवानों ने ध्वस्त कर दिया. इसके अलावा 4 आईईडी बम को निष्क्रिय भी किया.
मुखबिर से मिली थी सूचना: सुकमा और दंतेवाड़ा जिले के सरहदी इलाकों को नक्सलियों का सेफ एरिया कहा जाता है. इनमें गोगुंडा, सिमेल, तोयापारा, गट्टापाड़, तुम्मापाड, चिकपल्ली, उपमपल्ली, बगड़ेगुड़ा, नागाराम, नेन्डुम और गारूम इलाके शामिल हैं. खुंसडुसपारा के पहाड़ियों में केरलापाल एरिया कमेटी, मलंगिर एरिया कमेटी, कटेकल्याण एरिया कमेटी और प्लाटून नंबर 24,26 के नक्सलियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी की सूचना पुलिस को मुखबिर से मिली थी. इसके बाद सुकमा डीआरजी, दंतेवाड़ा डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा की संयुक्त टीम ने खास अभियान के तहत इन इलाकों की ओर कूच किया.
सर्चिंग के दौरान मिले सामान: इन इलाकों में सुरक्षाबल के जवानों की मुठभेड़ नक्सलियों से सिमेल की पहाड़ियों पर हुई. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए. इसके बाद जवान धीरे-धीरे आगे बढ़ते गए. तुम्मापाड के बीच पहाड़ी में सर्चिंग अभियान चलाते हुए 80 से 100 नक्सलियों के रहने की क्षमता वाले दो बड़े बड़े नक्सली कैंप को ध्वस्त कर दिया. सर्चिंग के दौरान जवानों को नक्सली वर्दी, पिट्ठू, बर्तन, सोलर प्लेट और नक्सल सामान मिला. इस दौरान सिक्योरिटी फोर्स को चार आईईडी भी मिले. जिसे डिफ्यूज कर दिया गया है.