श्रीनगर : कश्मीरी हिंदूओं का नववर्ष नवरेह आज धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर कश्मीरी हिंदू नेताओं की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित हुए. इन कार्यक्रमों का उद्देश्य घाटी पर ऐतिहासिक हिंदू स्थलों पुनर्जीवित करना है ताकि देश के अन्य राज्यों में रहने वाले पंडित अपने प्रदेश लौट आएं.
कश्मीरी हिंदू नेता डॉ. कुलदीप सुंबली अग्निवेश ने कहा कि आज का दिन कश्मीर और हमारे धर्म के लिए महत्वपूर्ण है. आज के दिन हमारा नया साल शुरू होता है. मौके पर माता शरीका देवी का आशीर्वाद लिया जाता है. साथ ही शांति, सद्भावना और सभी के कल्याण की प्रार्थना की जाती है.
उन्होंने यह भी कहा कि आज के दिन को वे कश्मीर के मुस्लिम और सिख भाइयों के साथ मनाते हैं. आज बैशाखी और कल से रमदान है. इससे हम कश्मीर में भाईचारा का मिसाल कायम करना चाहते हैं.
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विश्व कश्मीरी समाज की ओर से आयोजित कार्यक्रम के अनुसार, सर्वप्रथम विचार नाग मंदिर में पूजा हुई. इस मंदिर के नजदीक गुरुद्वारा और जियारत भी है.
आयोजकों की ओर से मंदिर के पास कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए कार्यक्रम कराए गये.
इस दौरान कांग्रेस नेता संजय सराफ ने कहा कि जिस तरह पूरे देश में क्रिसमस के मनाया जाता है. उसी तरह कश्मीरी पंडित भी नवरेह को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं.