पानीपत: आसाराम के बेटे नारायण साईं की पानीपत कोर्ट में पेशी (Narayan Sai Appears In Panipat Court) हुई. सुबह करीब 11:03 बजे नारायण साई को जज निशांत शर्मा की कोर्ट में पेश किया गया. मामला आसाराम और नारायण साईं के खिलाफ गवाही देने वाले पानीपत के महेंद्र चावला पर जानलेवा हमले का (Mahendra Chawla attack case) है. आरोप है कि नारायण साईं ने उन पर जानलेवा हमला करवाया था.
सात साल में दूसरी बार लाया गया- 7 साल में दूसरी बार नारायण साईं को सूरत जेल से पानीपत कोर्ट में पेशी पर लाया गया. 13 मई 2015 को राजदार महेंद्र चावला पर जानलेवा हमला करवाया गया था. महेंद्र चावला को पानीपत में गोली मारी गई थी.
नारायण साई को देखने पहुंचे अनुयायी- नारायण साईं की पानीपत कोर्ट में पेशी की सूचना मिलने पर सुबह ही अनुयायी कोर्ट के आस-पास पहुंच गए थे. नारायण साईं को देखते ही अनुयायी हाथ जोड़ते नजर आए. इस दौरान पुलिस ने कोर्ट परिसर से उन्हें दूर ही रखा.
नारायण साई के पीए थे महेंद्र चावला- पानीपत के सनौली खुर्द गांव के रहने वाले महेंद्र चावला कभी आसाराम के बेटे नारायण साई के पीए थे. महेंद्र चावला की वजह से नारायण साई सलाखों के पीछे पहुंचा. महेंद्र चावला साल 1996 में आसाराम से प्रभावित होकर उनका शिष्य बने थे. उनसे गुरु दीक्षा लेकर शादी भी नहीं की थी. उन्होंने आसाराम और उसके बेटे नारायण साई का 2015 में साथ छोड़कर सजा दिलाने की ठानी.
घर में घुसकर मारी गई थी गोली- महेंद्र चावला दुष्कर्म केस में मुख्य गवाह थे. उन्हें गवाही देने से रोकने के लिए 13 मई 2015 में घर में घुसकर दो बदमाशों ने गोलियां (Case Of firing On Witness mahendra Chawla)बरसाईं. एक गोली उन्हें लगी, लेकिन वह छत से कूद गए और उनकी जान बच गई. इस हमले के बाद भी वह विचलित नहीं हुए और मार्च 2016 में नारायण साईं के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी.