मुजफ्फरनगर: एक 70 वर्षीय विधवा अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए आठ सालों से अधिकारियों के चक्कर काट रही है. उसको अधिकारिक रिकॉर्ड में मृत घोषित कर दिया गया है. यही नहीं महिला ने दावा किया है कि उसे मृत दिखाकर उसकी बेटी और दामाद ने उसकी पांच बीघा जमीन अपने नाम कर ली.
बता दें कि जनसठ तहसील स्थित सम्पूर्ण समाधान दिवस के जन शिकायत शिविर में बीते शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले के तंढेरा गांव की रहने वाली 70 वर्ष शांति देवी जन शिकायत शिविर पहुंची थी. वहां उसने अधिकारियों से अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र देने की गुहार लगाई थी. शांति देवी द्वारा शिकायत में कहा गया कि उसके पति बाबू राम की आठ साल पहले मृत्यु हो गई थी. बाबू राम के पास 28 बीघा खेती की जमीन थी. इसमें से उन्होंने बेटी को 23 बीघा जमीन दे दी और पांच बीघा छोड़ दी थी.
शिकायत में शांति देवी ने बताया कि उसकी बेटी और दामाद ने रिकॉर्ड में उसे मरा हुआ दिखाकर धोखे से पांच बीघा जमीन और घर पर कब्जा कर लिया था. शांति देवी ने कहा कि वह उसे परेशान करते हैं और घर से बाहर फेंकना चाहते हैं. और तो और खाना देने से मना कर देते हैं. उन्होंने कहा कि अपने को जिंदा दिखाने के लिए वह पिछले आठ साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही हैं. उन्होंने बताया कि उनके पति ने बैंक खाते में कुछ नकदी छोड़ दी थी, जिसे उन्होंने निकाल भी लिया है. बता दे कि इस संबंध में एक मामला तहसीलदार की अदालत में चल रहा है.
इस मामले में नायब तहसीलदार जानसठ जसविंदर सिंह ने बताया कि एक महिला आई थी. उसने प्रार्थना पत्र दिया है कि 8 साल पहले 2016 में उसकी बेटी और दामाद ने वसीयत करा ली है. जो जमीन इनके नाम आनी थी वह भी उनकी बेटी ने अपने नाम करा ली. वसीयत फर्जी है. यह जानकारी महिला ने दी है. उन्होंने कहा कि बुजुर्ग महिला के साथ एक और महिला थी. बुजुर्ग महिला ज्यादा कुछ बता नहीं पा रही थी. नायब तहसीलदार जानसठ ने महिला से कहा कि वसीयत की जांच करा लेंगे. इसके साथ ही अन्य कोई केस न्यायालय में चल रहा होगा, उसकी भी जानकारी करेंगे. नायब तहसीलदार जानसठ जसविंदर सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए आगे निर्देशित कर दिया गया है.
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