नई दिल्ली : मुस्लिम राष्ट्रीय मंच समाज में एकता, सद्भावना, भाईचारे को मजबूती देने के लिए बड़े पैमाने पर इफ्तार कार्यक्रम कर रहा है. इसमें समाज के हर धर्म, हर तबके, हर समुदाय, हर वर्ग से लोगों की शिरकत हो रही है. शुक्रवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने हजरत निजामुद्दीन में इफ्तार पार्टी की. इसमें मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार समेत शहर के मानिंद लोग मौजूद रहे. जहांगीरपुरी में हुई हिंसा को लेकर उन्होंने साफ कहा कि किसी के धर्म के बारे में किसी को कुछ नहीं कहना चाहिए. सबका धर्म एक समान है. उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर कई सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा है कि यह देश सभी का है. सभी को आपस में मिल-जुलकर रहना चाहिए. अगर ऐसी घटनाएं भी हो रही हैं तो उन्हें नजर अंदाज कर देना चाहिए.
आज के समय में कुछ असामाजिक तत्व देश का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं. ऐसे में हिंदू-मुस्लिम दोनों को एक साथ मिलकर रहना चाहिए. किसी के धर्म के बारे में कोई भी न बोले. एक दूसरे के धर्म पर बोलने से पहले सोचें. अपने धर्म के बारे में बोलने का सभी को हक है, लेकिन किसी दूसरे के धर्म के बारे में कोई बेवजह टिप्पणी न करें. इंद्रेश कुमार ने सीधे और साफ शब्दों में कहा कि देश का माहौल बिगाड़ने की कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कोशिश की जा रही है. खरगोन, करौली, केरल समेत कई राज्यों में इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं. उसको लेकर उनका साफ तौर पर कहना है कि आप जुलूस निकाले या कुछ भी करें, लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से सभी काम होने चाहिए.
पढ़ें : राजद की इफ्तार पार्टी में पहुंचे नीतीश, सियासत हुई तेज
आप किसी को परेशान नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि जुलूस के दौरान हनुमान जयंती के मौके पर कई जगह से बहुत बुरी खबरें आई हैं. जहां पर राजनीतिक पार्टियों ने अपने फायदे के लिए लोगों को आपस में लड़वाया है. मेरा देश के लोगों से यही आग्रह है कि सबको साथ मिलकर रहना है. त्योहारों पर एक दूसरे को अपने यहा बुलाइए. सभी मजहब के लोग एक साथ मिलकर मशवरे के साथ काम करिए. ताकि देश-समाज में दुश्मनी और नफरत का माहौल कम हो और देश मजबूत हो.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का हर कार्यकर्ता अपने अपने स्तर पर एक दिन बड़े पैमाने पर इफ्तार का कार्यक्रम कर रहा है. इसके बाद ईद मिलन समारोह का कार्यक्रम होगा. इफ्तार और ईद मिलन समारोह कार्यक्रमों का मकसद है कि समाज के सभी तबके, समुदाय को जोड़ा जाए. ताकि देश भर के लाखों लोगों तक इस पाक महीने में मुहब्बत और वतन परस्ती का पैगाम पहुंचे. मुख्य अतिथियों में अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थानों के लिए राष्ट्रीय आयोग (एनसीएमईआई) के चेयरमैन न्यायाधीश नरेंद्र कुमार जैन, कमेटी के सदस्य सरदार जसपाल सिंह, शाहिद अख्तर, याहिया बुखारी (प्रेसिडेंट, जामा मस्जिद यूनाइटेड फोरम), वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय चौधरी, वरिष्ठ आईआरएस आरसी मीना, एनडीएमसी के डायरेक्टर मुकेश कुमार, अशोका यूनिवर्सिटी के प्रो. वाइस चांसलर वेंकट कुमार मौजूद रहे.