भोपाल। एमपी एटीएस द्वारा 12 दिन पहले हिज्ब-उत-तहरीर संगठन के जिन 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया, उन सभी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. इसमें नित नए खुलासे हो रहे हैं. अब एक नई बात सामने आ रही है कि भोपाल का सौरभ जो कन्वर्ट होकर मुस्लिम बना, वह हैदराबाद में डेक्कन कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज के बायोटेक्नीकल डिपार्टमेंट में प्रोफेसर था. यह कॉलेज ऑल इंडिया काउंसिल फॉर यूनिटी ऑफ मुस्लिम के प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी का है वे इसके चेयरमेन हैं. इस कॉलेज की स्थापना सुल्तान सलाहाउद्दीन ओवैसी ने की थी वे इसके फाउंडर हैं. यह जानकारी डेक्कन मेडिकल कॉलेज के पोर्टल पर अपडेट है. इस मामले में इंटेलीजेंस के अफसरों से जानकारी मांगी तो उन्होंने खुलकर कुछ भी नहीं बताया. उन्हें मैसेज भी भेजा, लेकिन जवाब नहीं मिला.
सलीम का असली नाम सौरभ राज, कन्वर्ट होने के बाद बना ट्रेनर: जो मोहम्मद सलीम डेक्कन कॉलेज में पढ़ाते हुए एटीएस को मिला, उसका असली नाम सौरभ राज वैध है. पता चला है कि वह मूल रूप से भोपाल के करीब बैरसिया के पास का रहने वाला है और 7 साल पहले उसने इस्लाम धर्म अपना लिया था. कन्वर्ट होने के बाद उसकी पत्नी ने भी इस्लाम धर्म को अपना लिया था. इसके बाद वह हैदराबाद शिफ्ट हो गया. इसके बाद कुल 7 लोग हैदराबाद शिफ्ट हुए. मोहम्मद सलीम के अलावा एक और शख्स है, जिसने हिज्ब-उत-तहरीर की तकरीरों से प्रभावित होकर इस्लाम धर्म अपनाया. इसका वर्तमान नाम अब्दुल रहमान है और असली नाम देवी नारायण पांडा था. ऐसे करीब सात लोगों ने इस्लाम धर्म अपनाया है इनमें पांच महिलाएं हैं. मोहम्मद सलीम को भोपाल का होने के कारण मप्र की जिम्मेदारी दी गई थी. सलीम को प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा गया और वह ट्रेनिंग लेने के बाद मप्र आकर लोगों को ट्रेनिंग देने लगा.
पहले शादी की और फिर परिवर्तन कराया धर्म: धर्म परिवर्तन करने वाली जो पांच महिलाएं हैं, उनसे पहले हिज्ब उत तहरीर संगठन के सदस्यों ने विवाह किया और बाद में उनका धर्म परिवर्तन करवाया. ETV Bharat इस मामले का पहले ही खुलासा कर चुका है. इसे लव जिहाद का मामला भी बताया जा रहा है. एटीएस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि ऐसे और कितने मामले हैं.