रायसेन। मध्य प्रदेश का सांची शहर पहली सोलर सिटी बनने जा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को सांची सोलर सिटी का लोकार्पण किया. सांची के ग्राम नागोरी की पहाड़ी पर लगे बड़े-बड़े पैनल अब बिजली की सप्लाई करने को पूरी तरह से तैयार है. लगभग 18 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से बनी इस सोलर सिटी से 3 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा. जिससे सांची शहर तो रोशन होगा ही, बल्कि आसपास के गांव भी पर्याप्त मात्रा में बिजली पा सकेंगे.
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माननीय मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj जी द्वारा मध्यप्रदेश की पहली "सांची सोलर सिटी" का लोकार्पण #SanchiFirstSolarCityhttps://t.co/NVRlk0iFm2
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) September 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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सीएम बोले सूरज से ही जीवन है: लोकार्पण के बाद सीएम ने सांची स्तूप परिसर पर बनाए गए व्यू प्वाइंट से नागौरी हिल्स में स्थापित तीन मेगावाट के सोलर प्लांट का अवलोकन भी किया और अधिकारियों से जानकारी ली. वहीं सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा " सांची देश का दूसरा और एमपी का पहला शहर है, जो सोलर सिटी घोषित हो रहा है. सीएम ने कहा यह अत्यंत गौरव का विषय है. सोलर सिटी बनकर सांची ने ठीक उसी तरह से दुनिया का पथ प्रदर्शन किया है, जैसे कभी भगवान बुद्ध ने किया था. सीएम ने कहा सूरज सौरमंडल का केंद्र बिंदु है. हम मंदिरों में इष्टदेव की परिक्रमा करते हैं. हम धरती पर रहते हैं, लेकिन धरती हर क्षण सूरज की परिक्रमा करती है. हम भी सूरज की परिक्रमा करते हैं. सीएम ने कहा सूरज जीवन है. इस दौरान सीएम ने महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना का भी जिक्र किया."
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साँची देश का पहला शहर है, जो सोलर सिटी घोषित हो रहा है; यह अत्यंत गौरव का विषय है।
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सोलर सिटी बनकर साँची ने ठीक उसी तरह से दुनिया का पथ प्रदर्शन किया है, जैसे कभी भगवान बुद्ध ने किया था।#SanchiFirstSolarCity pic.twitter.com/3ZxrR9zi8E
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सोलर सिटी बनकर साँची ने ठीक उसी तरह से दुनिया का पथ प्रदर्शन किया है, जैसे कभी भगवान बुद्ध ने किया था।#SanchiFirstSolarCity pic.twitter.com/3ZxrR9zi8Eसाँची देश का पहला शहर है, जो सोलर सिटी घोषित हो रहा है; यह अत्यंत गौरव का विषय है।
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सोलर सिटी बनकर साँची ने ठीक उसी तरह से दुनिया का पथ प्रदर्शन किया है, जैसे कभी भगवान बुद्ध ने किया था।#SanchiFirstSolarCity pic.twitter.com/3ZxrR9zi8E
सौर ऊर्जा का इस्तेमाल जरुरी: सीएम ने कहा "बारिश भी सूरज के चलते होती है. सूरज शास्वत है, सूरज सनातन है. कुछ लोग सनातन को खत्म करने की बात करते हैं, क्या वे सूरज खत्म कर पाएंगे. सीएम ने कहा सोलर सिटी का मतलब, हम सूरज से बिजली बनाकर पूरा करेंगे. कोयला, पेट्रोल और डीजल से से बनने वाली बिजली से पर्यावरण बिगड़ता है. प्रकृति को हानि होती है. जबकि पूरे विश्व का कल्याण इसी में है कि हम सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करे. वहीं इस बीच सीएम ने कहा रायसेन की जनता ने मुझे भरपूर प्यार दिया है, इसलिए हम रायसेन में मेडिकल कॉलेज व सलामतपुर में सीएम राइज स्कूल बनाएंगे. साथ ही महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा भी यहां स्थापित करेंगे."
13747 टन कार्बन डाई आक्साईड के उत्सर्जन में आएगी कमी: पृथ्वी के सतह के तापमान को नियंत्रित करने के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की दिशा में यह महत्वपूर्ण प्रयास है. सांची सोलर सिटी में सालाना लगभग 13747 टन कार्बन डाई आक्साईड के उत्सर्जन में कमी आएगी, जो कि लगभग 2.3 लाख वयस्क वृक्षों के बराबर है. साथ ही शासन व नागरिकों के ऊर्जा संबंधी व्यय में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सालाना लगभग 7 करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत होगी. जलवायु परिवर्तन भारत समेत पूरी दुनिया में अब बड़ा असर दिखा रहा है. इसी दिशा में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ऐतिहासिक धरोहर 'साँची' को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया. जिसमें न केवल सांची शहर की ऊर्जा जरूरतों को नवकरणीय ऊर्जा से पूरा करना, बल्कि वहां के सभी नागरिकों को ऊर्जा साक्षर बनाकर उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में व्यवहारिक परिवर्तन ला कर ऊर्जा का संरक्षण करना भी शामिल है.
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सोलर वाटर कियॉस्क स्थापित: सांची शहर को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के साथ ही इको फ्रेंडली सुविधाओं के जरिए पर्यावरण प्रदूषण को कम करके दूरिज्म को आकर्षित करने की कोशिश की गई है. 'व्यक्तिगत सामाजिक दायित्व' की भागीदारी से विभिन्न स्थानों पर सोलर वाटर कियॉस्क स्थापित किया है. इससे सार्वजनिक सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी. शहर में 4 नग बैटरी चलित ई-रिक्शा चलेंगे, जिनसे किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता. बैटरी रिक्शा में एक्सीडेंट होने का खतरा भी कम होता है. यह शहर के गरीबों के लिये रोजगार का अच्छा माध्यम बनेगा व इसमें बिजली की खपत भी कम होती है. भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए सुविधाएं तेजी से बढ़ रही है और यह सस्ती भी हो रही है. शहर में 2 बैटरी चलित कचरा वाहन भी चलेंगे. ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन, जिसमें 4 कमर्शियल चार्जिंग पॉइंट और 3 ई-रिक्शा चार्जिंग पॉइंट है, स्थापित किए गए हैं.