दमोह। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को मंगलवार को पन्ना पुलिस ने उनके विवादित कथित "मोदी को मारो" के संबंध में सुबह दमोह जिले के हट्टा स्थित उनके आवास से हिरासत में लिया गया. दरअसल सोमवार को दोपहर में पन्ना जिले के पवई थाने में कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मंत्री के खिलाफ प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में एक FIR दर्ज कराई गई थी. इसी की कार्रवाई करते हुए पन्ना पुलिस ने आज सुबह राजा पटेरिया को उनके आवास से गिरफ्त में लिया है.(MP Congress leader Raja Pateria)
गृह मंत्री ने दिए थे FIR के निर्देशः राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कांग्रेस नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था. रविवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री पटेरिया ने कथित तौर पर पीएम मोदी के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की थी. पवई रेस्ट हाउस में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा मंडलम सेक्टर अध्यक्षों का आयोजन किया गया. वायरल हुए वीडियो में पटेरिया को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि "पीएम मोदी" चुनाव खत्म कर देंगे. लोगों को धर्म के आधार पर विभाजित करेंगे और दलितों को उनसे सबसे बड़ा खतरा है. पटेरिया को यह कहते हुए सुना गया, "अगर आप संविधान को बचाना चाहते हैं तो आपको 'मोदी की हत्या' करने के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्हें हराने के अर्थ में हत्या." इसके बाद भाजा नेताओं कांग्रेस के खिलाफ जमकर अपना आक्रोश निकाला था. नेताओं ने पटेरिया की तत्काल गिरफ्तारी की मांग के साथ मामले की सख्त जांच की भी मांग की थी.(Former congress minister raja pateria)
विभिन्न धाराओं में दर्ज हुई थी FIR: जबलपुर में राजा पटेरिया के खिलाफ सोमवार की देर शाम एक जीरो एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. इसके साथ ही भाजपा ने उनपर चौतरफा हमला बोलते हुए कांग्रेस को भी कटघरे में खड़ा कर दिया था. पन्ना में पटेरिया पर आईपीसी की धारा 451, 504, 505 (1)(बी), 505 (1)(सी), 506, 153-बी (1)(सी) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
भाजपा नेताओं ने डीजीपी को लिखा था पत्रः डीजीपी को लिखे पत्र में भाजपा नेताओं ने कहा था कि, ''मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता पन्ना के एक गांव में खुले संबोधन में प्रधानमंत्री को जान से मारने की अपील करते नजर आ रहे हैं.'' प्रधानमंत्री को मारने की इस तरह की अपील से पता चलता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती है और मध्य प्रदेश में अराजकता फैलाने और दंगा करने की साजिश है. राज्य में नक्सलवाद को बढ़ावा देते हैं. वहीं बाद में मामले को तूल पकड़ता देख पटेरिया ने सफाई पेश की थी कि मेरे बयान को गलत तरीके पेश किया गया है. हमने इस देश के संविधान को बचाने के लिए, अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों की रक्षा के लिए और बेरोजगारी को दूर करने के लिए उसे (मोदी) को हराना जरूरी है. हत्या के बारे में मेरी मंशा को गलत तरीके से पेश किया गया है.(Controversial statement of raja pateria)
PM Modi को लेकर कांग्रेस नेता राजा पटेरिया का विवादित बयान, इन धाराओं में FIR दर्ज
कौन हैं राजा पटेरियाः राजा पटेरिया ने जब अपने विवादित बयान पर बवाल बढ़ता देखा तो उन्होंने एक और वीडियो जारी कर सफाई भी दी थी कि वह गांधीवादी नेता है, और गांधीवादी किसी की हत्या की बात तो कर ही नहीं सकते हैं. उनकी यह सफाई किसी काम नहीं आई और उन्हें सुबह उनके निवास से गिरफ्तार कर लिया गया. पटेरिया ने अपनी गिरफ्तारी पर किसी तरह से कोई विरोध नहीं किया और वह पुलिस के साथ जीप में बैठ कर चले गए. बता दें कि कभी समाजवादी विचारधारा से जुड़े रहे पटेरिया 1998 में कांग्रेस के टिकट से हटा विधायक निर्वाचित हुए थे. उसके बाद उन्हें दिग्विजय सरकार में पहले स्वास्थ्य मंत्री एवं उसके बाद तकनीकी शिक्षा मंत्री बनाया गया था.