इंदौर। भोपाल में आयोजित प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ''कांग्रेस के बारे में क्या कहूं, कांग्रेस के दो जासूस बोलूं, बुढऊ बोलूं, क्या बोलूं. घूम रहे हैं 75-75 साल की उम्र में, वो जब चलते हैं..खाली चाल ही देख लो आप उनकी. कमलनाथ जब चलें तो उनका एक वीडियो निकाल लेना और शिवराज चलें तो उनका भी एक वीडियो निकाल लेना, स्पीड से पता लग जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी कितनी तेज है.'' इस दौरान महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंच से कांग्रेस नेताओं को खरी-खोटी भी सुनाई.
कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हैं अध्यक्ष: कर्नाटक चुनाव में हार के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ''मध्यप्रदेश में सर्वप्रथम नाराज कार्यकर्ताओं की लिस्ट बनाना होगी. अध्यक्षों पर हमला बोलते हुए कहा कि ''अध्यक्ष कुर्सी के दंभ में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हैं. अध्यक्षों की मनमानी और कार्यकर्ताओं की अपेक्षा की खबर तमाम जिलों और शहरों से आ रही हैं. वहीं, प्रभारी मंत्री कार्यकर्ताओं से मिले बिना भोपाल लौट आते हैं. हवा की तरह प्रभारी जिलों में जाते हैं बिना कार्यकर्ताओं से मिले लौट आते हैं. अब समय आ गया है कि आपको सचेत रहना होगा. यह बात सिर्फ कार्यसमिति के मंच से ही की जाती है और इसीलिए मैं कह रहा हूं.''
- Kailash Vijayvargiya के 'शूर्पणखा' वाले बयान पर मुकदमा दर्ज करने की याचिका पर सुनवाई आज
- कर्नाटक चुनाव पर बोले कैलाश विजयवर्गीय, ऐसे परिणाम की उम्मीद नहीं थी, MP में बहुमत से बनाएंगे सरकार
- लड़कियों के छोटे कपड़ों पर कैलाश विजयवर्गीय का गुस्सा, बोले- देवी नहीं शूर्पणखा लगती हैं
- कैलाश के शूर्पणखा वाले बयान के समर्थन में संस्कृति मंत्री, बोलीं- परंपराओं का पालन नहीं करना राक्षसी प्रवृत्ति
विजवर्गीय का गड़बड़ा गया मानसिक संतुलन: इधर विजवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखा विरोध किया है. मप्र कांग्रेस कमेटी के प्रदेशसचिव राकेश सिंह यादव ने कहा कि ''पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए अशोभनीय एंव अमर्यादित टिप्पणी करके भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय के संस्कारों और संस्कृति का ओछापन सामने आया है.'' उन्होंने कहा ''अंहकार और सत्ता के नशे में चूर विजयवर्गीय का प. बंगाल में चारों खाने चित्त होने के बाद से मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है. प्रदेश की जनता विजयवर्गीय की अमर्यादित भाषा का करारा जवाब विधानसभा चुनाव में देगी.'' उन्होंने कहा ''सालों से बिना काम के बैठकर राजनीति कर रहे विजयवर्गीय इस तरह की स्तरहीन राजनीति करके ध्यान आकर्षित करने की असफल कोशिश करते हैं.''