नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता और राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम ने बीमा कर्मचारियों के लंबित वेतन संशोधन के संबंध में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखकर जल्द समाधान निकलने की मांग की है. सांसद बिनॉय विश्वम ने केंद्रीय मंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि पिछले पांच साल में सरकार इन कर्मचारीयों की समस्या का समाधान नहीं निकाल पाई. अगस्त 2017 में, सार्वजनिक क्षेत्र की सामान्य बीमा कंपनियों के कर्मचारियों के वेतन संशोधन को अनिवार्य किया गया था लेकिन आज तक इसका कोई समाधान नहीं निकला है. यह आवश्यक है कि इन कर्मचारियों के लिए वेतन संशोधन जल्द से जल्द हो. वेतन संशोधन कर्मचारियों का अधिकार है. ये अप्रैल 2019 में शुरुआती बातचीत के बाद से रुका हुआ है.
सीपीआई संसदीय दल के नेता बिनॉय विश्वम ने अपने पत्र में लिखा, 'मैं यह याद करना चाहता हूं कि इस संबंध मैं खुद आपसे और वित्त सचिव के साथ-साथ नेताओं से मिला हूं. सामान्य बीमा कर्मचारी अखिल भारतीय संघ, अभी तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है.' उन्होंने कहा कि पूरे भारत में वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियां जैसे न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी और जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया 53700 से अधिक लोगों को रोजगार देती हैं. बढ़े हुए कार्यभार के बावजूद इन कर्मचारियों ने इन संस्थानों के भीतर काम के उच्च मानकों को बनाए रखना जारी रखा है और लाखों ग्राहकों की कुशलता से सेवा की है.
सांसद ने कहा कोविड-19 महामारी के दौरान 250 से अधिक कर्मचारियों की इस वायरस के कारण मृत्यु होने के बावजूद उनका योगदान उत्कृष्ट रहा है. यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पीएसजीआई कंपनियां कई सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की रीढ़ हैं और उन्होंने भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा, 'मैं आपसे इस मामले में सीधे हस्तक्षेप करने और इसे निपटाने के लिए कर्मचारियों के प्रतिनिधि के साथ जुड़ने का आग्रह करता हूं. आपके अच्छे स्वभाव की सकारात्मक प्रतिक्रिया से इन कर्मचारियों और उनके परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी.'
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(आईएएनएस)