भिंड। अटेर विधानसभा क्षेत्र के किशुपुरा मतदान केंद्र 71 पर सुबह 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान अपने मताधिकार का दोबारा प्रयोग करने वाले मतदाताओं की लाइनें लगी हैं. बता दें कि यहां मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तहत मतदान तो 17 नवंबर को ही पूर्ण हो चुका है. लेकिन मतदान के दौरान कुछ दबंगों ने गड़बड़ी की थी. इसलिए एक बार फिर मतदान कराया जा रहा है. फिलहाल यहां पुख्ता सुरक्षा प्रबंध के बीच लोग शांति से वोट डाल रहे हैं.
मतदाता खुश नहीं : यहां पर हुई गड़बड़ी की शिकायतें निर्वाचन आयोग को मिली थीं. इसलिए यहां दोबारा मतदान कराने का फैसला निर्वाचन आयोग ने लिया. मंगलवार सुबह सवा 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. अपने मताधिकार का एक बार फिर प्रयोग करने पहुँचे पहले मतदाता धर्मबीर सिंह भदौरिया इससे खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि इस तरह की व्यवस्था से सरकार और आम टैक्स पेयर के पैसे की बर्बादी होती है. साथ ही बिना नाम लिए उनका कहना है कि यह पुनर्मतदान सिर्फ़ पॉवर का दुरुपयोग है.
ये है मतदान की स्थिति : सुबह 10 बजे तक लगभग 10 फ़ीसदी से ज़्यादा वोटिंग हो चुकी है. 135 वोट डाले गए. दोपहर 1 बजे तक 30 प्रतिशत मतदान हुआ. भिंड जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के अनुसार क़रीब 135 वोट डाले जा चुके हैं. मतदान शांतिपूर्ण तरीक़े से जारी है. सुरक्षा के लिए प्रयाप्त बल की भी व्यवस्था की गई है. वहीं अटेर क्षेत्र में गोहद के एसडीओपी सौरभ कुमार ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज़ से मतदान केन्द्र पर तीन थानों का बल और अतिरिक्त बल लगाया गया है. वहीं, सपा प्रत्याशी मुन्ना सिंह भदौरिया भी निरीक्षण के लिए मतदान केंद्र पहुंचे. जहां पोलिंग का जायज़ा लेने के बाद जन्होंने मीडिया से कहा कि यह पुनर्मतदान गलत है. वे जल्द मामले को हाईकोर्ट ले कर जाएंगे.
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बूथ कैप्चरिंग हुई थी : मतदाताओं का कहना है कि इस रिपोलिंग से अब मतदान प्रतिशत भी प्रभावित होगा, क्योंकि कई लोग बाहर नौकरी करते हैं. जो त्योहार में घर आये थे और मतदान के लिए रुके थे. वे अब वापस जा चुके हैं. गौरतलब है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा यहां बूथ कैप्चरिंग कर निर्वाचन प्रक्रिया प्रभावित की गई थी, जिसका एक वीडियो भी सामने आया था. इस वीडियो में एक ही व्यक्ति द्वारा वोट डाले जा रहे थे. इसके बाद बीजेपी की शिकायत और चुनाव ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने पूरे प्रदेश में इसी एक मात्र पोलिंग सेंटर पर पुनर्मतदान का फैसला लिया.