डूंगरपुर. बेटे की चाहत में एक महिला ने 3 बेटियों के बाद एक साथ 3 बेटों को जन्म (Mother Gave Birth to 3 Son Together in Dungarpur) दिया. लेकिन जन्म के बाद कमजोर पैदा हुए बच्चों को कई तरह ही तकलीफ होने लगी. 25 दिन तक तीनों बच्चे अस्पताल में भर्ती रहे. डॉक्टर से लेकर नर्सिंग स्टाफ ने बच्चों की देखभाल और इलाज किया. इससे बच्चे अब पूरी तरह ठीक हो गए और आज छुट्टी दे दी गई.
प्री मैच्योर डिलेवरी से कम वजन: दरअसल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल सागवाड़ा के डॉ. इस्माइल दामडी ने बताया कि 25 दिन पहले 26 नवंबर को एक महिला अस्पताल में भर्ती हुई थी. बदी पत्नी जयंतीलाल निवासी हिराखेड़ी पिंडावल को डिलेवरी के लिए भर्ती किया गया. जयंतीलाल ने बताया कि उसके पहले से 3 बेटियां हैं. वह और उसका पूरा परिवार बेटे की कामना कर रहा था. डॉक्टर ने बदी की डिलेवरी करवाई. बदी ने थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में 3 बेटों को जन्म दिया.
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बच्चों को ऑक्सीजन लगाना पड़ा: डॉक्टर ने बताया कि जन्म के बाद से तीनों बच्चे कमजोर थे. 2 बच्चों का वजन महज एक-एक किलो था. जबकि 1 बच्चे का वजन 1 किलो और 100 ग्राम ही था. जो सबसे कम होने की वजह से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. बच्चे फीडिंग नहीं कर रहे थे. इस वजह से बच्चों को ऑक्सीजन लगाना पड़ा.
3 बेटियों के बाद एक साथ 3 बेटों का जन्म: उन्होंने कहा कि बच्चों को ट्यूब डालकर दूध पिलाना पड़ा. डॉक्टर और नर्स की टीम इलाज में जुटी रही. धीरे-धीरे बच्चों की हालत में सुधार होने लगा. 25 दिन बाद अब तीनों बच्चे पूरी तरह ठीक है. मां और बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. तीन बेटियों के बाद हुए तीन बेटों से परिवार में खुशी का माहौल है. वहीं, बदी और उनके पति जयंतीलाल बताते हैं कि बेटों की तरह ही तीनों बेटियों को भी से इतना ही प्यार करते हैं.