हैदराबाद : पाकिस्तान में एक बार फिर हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया. यह घटना पंजाब प्रांत के सादिकाबाद जिले के भोंग शरीफ गांव की है, जहां बीते बुधवार एक समूह ने सिद्धिविनायक मंदिर में तोड़फोड़ कर मंदिर में रखीं मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. अब इस शर्मनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर रफ्तार पकड़ रहा है.
घटना पर बुधवार को तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के सांसद डॉक्टर रमेश कुमार वंकानी ने अपने ट्विटर पर इस घटना का वीडियो साझा कर कानून निदेशालय एजेंसियो से अनुरोध किया है कि वे जल्द से जल्द घटनास्थल पहुंच स्थिति पर काबू पाए.
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It is very sad & unfortunate incident. PM office took notice of this untoward incident & directed district administration to probe the case & take strict action against the culprits.Pakistani constitution provides freedom & protection to minorities to perform their worship freely https://t.co/RuLOe69VSb
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डॉक्टर रमेश कुमार ने इस घटना पर कई ट्वीट किए. उन्होंने अपने अन्य ट्वीट में लिखा, रहीम यार खान पंजाब जिले के भोंग सिटी में एक हिंदू मंदिर पर हमला किया गया. बुधवार से स्थिति तनावपूर्ण है. स्थानीय पुलिस का घटना को नजरअंदाज करना शर्मनाक है. उच्च न्यायधीश से अनुरोध है कि इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाए.
उन्होंने आगे लिखा, 'भोंग में जिन लोगों ने मंदिर को क्षति पहुंचाई है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. घटना पर उच्च प्राधिकरणों से संपर्क किया जाए, क्योंकि यहां हालात बहुत तनावपूर्ण हैं.'
वहीं, जिला पुलिस अधिकारी असद सरफराज के अनुसार, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने स्थिति को नियंत्रित किया और भीड़ पर काबू पाने में कामयाब रहे. उन्होंने कहा, 'रेंजरों को बुलाकर उन्हें हिंदू मंदिर के आसपास तैनात किया गया है.'
इलाके में हैं सौ हिंदू परिवार
जिला पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि तकरीबन सौ हिंदू परिवार इस इलाके में रहते हैं और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए वहां पुलिस तैनात कर दी गई है. उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना में अभी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उन्होंने आगे कहा, हमारी पहली प्राथमिकता यही है कि इलाके में कानून व्यवस्था कायम की जाए और अल्पसंख्यक समुदाय को सुरक्षा प्रदान करे.
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि मंदिर को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया गया है. हमलावरों ने लाठी, पत्थर और ईंटों से मंदिर को क्षतिग्रस्त किया. उन्होंने धार्मिक नारे लगाते हुए मूर्तियों को तोड़ा.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि भोंग शरीफ में सेमिनार की लाइब्रेरी को कथित रूप से अपवित्र करने वाले नाबालिग हिंदू लड़के को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था और ईशनिंदा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में नाबालिग होने के कारण जमानत पर रिहा कर दिया गया था.
बदले की भावना से किया मंदिर पर हमला
उन्होंने कहा कि बुधवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट से भोंग के लोगों को इस घटना का बदला लेने के लिए उकसाया गया, जिसके बाद भीड़ ने मंदिर के बाहर इकट्ठा होना शुरू कर दिया और उस पर हमला किया. जिला अधिकारी सरफराज ने कहा, 'हम उन बदमाशों को गिरफ्तार करेंगे, जिन्होंने लोगों को मंदिर पर हमला करने के लिए उकसाया था.'
बीते साल भी किया था हिंदू मंदिर को आगे के हवाले
इससे पहले साल 2020 में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सौ से अधिक लोगों के एक समूह ने हिंदू मंदिर पर हमला कर उसमें आग लगा दी थी. यह घटना करक जिले के टेरी गांव की थी, जहां स्थानीय मौलवियों की अगुवाई में भीड़ ने हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया था. वहीं, इस घटना के चलते कट्टरपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के लीडर रहमत सलाम खट्टक समेत तीस लोगों को धरा गया था.
बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद भी मचाई थी पाकिस्तानियों ने तबाही
बता दें, बाबरी मस्जिद विध्वंस (6 दिसंबर, 1992) के बाद पाकिस्तान में उन्मादी भीड़ ने कराची स्थित पांच हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की थी और 25 मंदिरों को आग के हवाले कर दिया था.