श्रीनगर: वरिष्ठ अलगाववादी नेता और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अपने धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक को 80 हफ्ते बाद गुरुवार नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है. वे इतने समय से जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर शहर स्थित अपने घर में ही कैद में थे.
मीरवाइज उमर को अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने से एक दिन पहले 4 अगस्त, 2019 को घर में नजरबंद कर दिया गया था. इसके बाद जम्मू-कश्मीर से न केवल अनुच्छेद 370 हटाया गया, बल्कि राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में भी बांट दिया गया. सूत्रों ने कहा कि उन्हें इस आधिकारिक निर्णय से अवगत करा दिया गया है कि अब वह सभी धार्मिक और सामाजिक कार्यों में भाग लेने के लिए स्वतंत्र हैं. साथ ही अब वे स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं.
हालांकि, उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि शहर के बाहरी इलाके निगीन में स्थित मीरवाइज के घर के बाहर खड़ा मोबाइल बंकर वाहन अभी भी नहीं हटाया गया है. नजरबंदी से रिहाई के बाद मीरवाइज शुक्रवार को श्रीनगर शहर के नौहट्टा इलाके में स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में जुम्मे की जमात को संबोधित करेंगे. परंपरागत रूप से मीरवाइज परिवार श्रीनगर के पुराने शहर में स्थित जामिया मस्जिद में शुक्रवार की जमात को उपदेश देता रहा है.
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माना जाता है कि श्रीनगर का पुराना शहर मीरवाइज परिवार का मजबूत गढ़ है, क्योंकि उनके ज्यादातर समर्थक इन्हीं इलाकों में रहते हैं.