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अल्पसंख्यक विभाग में छात्रवृत्ति घोटाला मामले में 21 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में अल्पसंख्यक विभाग में 'हमारी बेटी उसका कल' योजना के तहत करोड़ों के घोटाले में 21 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद अल्पसंख्यक विभाग के अफसरों में हड़कंप है.

Scholarship scam in Sant Kabir Nagar
संत कबीर नगर में छात्रवृत्ति घोटाला (फाइल फोटो)
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Published : Apr 18, 2022, 10:53 AM IST

संत कबीर नगर: जिले मेंअल्पसंख्यक विभाग में 'हमारी बेटी उसका कल' योजना के तहत 2 करोड़ 84 लाख घोटाले में 21 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. मुकदमा दर्ज करने के बाद विजिलेंस टीम पूरे मामले की जांच कर रही है.

पूरा मामला जिले के अल्पसंख्यक विभाग से जुड़ा हुआ है. वर्ष 2014 से 2017 के बीच में 'हमारी बेटी उसका कल' योजना के तहत मदरसा बेगम वारिस अली एजुकेशनल वेलफेयर सोसाइटी और मदरसा इस्लामिया के छात्र-छात्राओं के फर्जी खाते पूर्वांचल बैंक में खोले गए और उससे छात्रवृत्ति दी गई. फिर उस रकम को दूसरे खाते में ट्रांसफर कराया गया. खाता इस तरीके से खोला गया कि उसे बैंक अधिकारियों द्वारा प्रमाणित नहीं किया गया था और विभाग के अधिकारियों ने जिले में एक करोड़ 32 लाख का घोटाला कर लिया.

लखनऊ की विजिलेंस टीम ने तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी धर्मेंद्र कुमार शर्मा, अजय कुमार यादव सहित 21 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद जांच में जुट हुई. मामले के खुलासे के बाद जहां अल्पसंख्यक विभाग में फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं विभाग भी मामले की जांच में जुटा हुआ है.

ये भी पढ़ें - विद्युतीकरण योजना में हुए 1600 करोड़ घोटाले के मामले में 2 जेई के खिलाफ FIR

संत कबीर नगर: जिले मेंअल्पसंख्यक विभाग में 'हमारी बेटी उसका कल' योजना के तहत 2 करोड़ 84 लाख घोटाले में 21 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. मुकदमा दर्ज करने के बाद विजिलेंस टीम पूरे मामले की जांच कर रही है.

पूरा मामला जिले के अल्पसंख्यक विभाग से जुड़ा हुआ है. वर्ष 2014 से 2017 के बीच में 'हमारी बेटी उसका कल' योजना के तहत मदरसा बेगम वारिस अली एजुकेशनल वेलफेयर सोसाइटी और मदरसा इस्लामिया के छात्र-छात्राओं के फर्जी खाते पूर्वांचल बैंक में खोले गए और उससे छात्रवृत्ति दी गई. फिर उस रकम को दूसरे खाते में ट्रांसफर कराया गया. खाता इस तरीके से खोला गया कि उसे बैंक अधिकारियों द्वारा प्रमाणित नहीं किया गया था और विभाग के अधिकारियों ने जिले में एक करोड़ 32 लाख का घोटाला कर लिया.

लखनऊ की विजिलेंस टीम ने तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी धर्मेंद्र कुमार शर्मा, अजय कुमार यादव सहित 21 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद जांच में जुट हुई. मामले के खुलासे के बाद जहां अल्पसंख्यक विभाग में फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं विभाग भी मामले की जांच में जुटा हुआ है.

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