बाराबंकी : वारदात की कहानी उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जिले के थाना जैदपुर से शुरू हुई, जहां मंगलवार को पाटमऊ गांव के पास नहर किनारे एक गाड़ी में खून से लथपथ शव मिला था. गाड़ी पर बीजेपी का झंडा लगा था. लग्जरी सफारी में मिले शव की पहचान बक्शी का तालाब (लखनऊ) इलाके के हिस्ट्रीशीटर जगतपाल लोधी के तौर पर हुई. उसका गला बुरी तरह से रेता गया था और पूरे बदन पर पेंचकस से छेद किये गए थे. पॉलिथीन में लिपटे शव को चद्दर में बांध दिया गया था. अब इस क्राइम सीन को देखकर पुलिस भी अजमंजस में पड़ गई. सवाल यह था कि आखिर इतनी बेरहमी से इसे किसने मारा ? शव की हालत देखकर यह तो अंदाजा हो गया थी कि मारने वाले ने अपना गुस्सा जगतपाल की बॉडी पर उतार दिया है.
उधर, वारदात के सामने आने पर जगतपाल की पत्नी पिंकी देवी ने जैदपुर थाने में तहरीर दी कि उसके पति अपनी सफारी कार संख्या यूपी 32 DQ 0742 से जरूरी काम से बाहर गए थे और उनका शव पाटमऊ नहर पटरी पर कार में मिला है. किसी अज्ञात ने उसके पति की हत्या कर दी है. पुलिस कप्तान ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए तीन टीमें गठित की. सीओ नवीन कुमार के नेतृत्व में एक टीम जगतपाल के घर रुदही गांव बक्शी का तालाब पहुंची. पुलिस को पूछताछ के दौरान परिजनों पर संदेह हुआ. मोबाइल फोन कॉल्स, डिजिटल डेटा और मैनुएल इंटेलिजेंस के आधार पर पुलिस को क्लू मिल गया. इसके बाद पुलिस ने जगतपाल की पत्नी और दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा उसकी बेटी को भी पुलिस ने संरक्षण में ले लिया.
अब बारी थी पूछताछ की, आखिर पत्नी और बेटी ने ही क्यों हिस्ट्रीशीटर जगतपाल को मार डाला और शव जैदपुर के पाटमऊ गांव के पास कैसे पहुंचा? पुलिस को मां-बेटी जो कहानी बताई, वह चौंकाने वाली थी. बक्शी का तालाब थाने का हिस्ट्रीशीटर जगतपाल लोधी अपनी पत्नी पिंकी देवी पर बहुत ही जुल्म करता था. आए दिन मारपीट और बर्बरता की हदें पार करना उसके लिए आम बात हो गई थी. मां की हालत देखकर दोनों बेटियां परेशान रहती थीं. दोनों बेटियां अपनी मां पर हो रहे जुल्म से आहत थीं और जल्लाद पिता से छुटकारा चाहती थीं.
घटना को कैसे दिया अंजामः इसी बीच फेसबुक के जरिये जगतपाल की नाबालिग बेटी की शिवम नाम के लड़के से दोस्ती हुई. उसने शिवम को अपने पिता की बर्बरता की कहानी सुनाई. फिर मां बेटी ने एक बड़ी साजिश रची.18 अप्रैल की रात में दस बजे दोनों मां-बेटी ने जगतपाल को खाने में नींद की दवा मिला दी. इसके बाद बेटी ने अपने दोस्त शिवम को मैसेज किया कि उसने पिता को नींद की दवा दे दी है, अब आ जाओ. इसके बाद शिवम अपने दोस्त कुणाल के साथ जगतपाल के घर पहुंचा. फिर जगतपाल की पत्नी और बेटी ने दोनों युवकों के साथ मिलकर पेंचकस, ईंट, पेपर कटर से उसकी हत्या कर दी.
हत्या के बाद इन लोगों ने शव को ठिकाने लगाने की प्लानिंग की थी. हत्या के बाद आरोपियों ने जगतपाल के शव को पॉलीथिन में लपेटकर चादर में बांध दिया और शव को ठिकाने लगाने निकल पड़े. ये लोग सुनसान स्थान की तलाश में लखनऊ कुर्सी रोड होते हुए बाराबंकी अयोध्या हाइवे पर आए. फिर यहां से चलते हुए बाराबंकी हैदरगढ़ रोड पर आ गए. रास्ते में पाटमऊ के पास नहर दिखी तो वहीं शव को फेंकने की तैयारी कर ली. वहां कीचड़ में गाड़ी फंसने से उनकी प्लानिंग पर पानी फिर गया. गाड़ी को कीचड़ से निकालने में पूरी रात सफलता नहीं मिली. पौ फटने पर उस रूट पर गाड़ियों का आना-जाना शुरू हो गया. इससे घबराकर आरोपी गाड़ी छोड़कर ही भाग गए.
फिर केस पुलिस के सामने आई. इस मामले में पुलिस ने जगतपाल लोधी की पत्नी पिंकी देवी, उसकी बेटी की दोस्त शिवम और कुणाल को गिरफ्तार किया. हत्या की आरोपी नाबालिग बेटी को भी पुलिस संरक्षण में लिया गया है.
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