ग्वालियर : ग्वालियर में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. ऑक्सीजन की कमी से बीती रात को तीन मरीजों ने दम तोड़ दिया. जिला प्रशासन और मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था में दिन-रात जुटे हुए है.
इसी कड़ी में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए मालनपुर इंडस्ट्रीज स्थित मौजूद सूर्या रोशनी फैक्ट्री पहुंचे, जहां ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट के अधिकारियों से चर्चा की और मरीजों को ऑक्सीजन पहुंचाने का आग्रह किया.
मंत्री के आग्रह पर सूर्या रोशनी ऑक्सीजन प्लांट से 24 घंटे में लगभग 250 ऑक्सीजन सिलेंडरों की रिफिलिंग कोरोना मरीजों के लिए की जाएगी. ताकि ग्वालियर के साथ-साथ मुरैना, भिंड, श्योपुर जिले में प्राणवायु ऑक्सीजन मरीजों को मिल सके. ऑक्सीजन मिलने के बाद मंत्री ऑक्सीजन प्लांट संचालक के सामने नतमस्तक हो गए.
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि मरीजों की मदद के लिए सूर्या रोशनी फैक्ट्री के संचालक आगे आए हैं, उनके लिए मैं हृदय से धन्यवाद देता हूं, क्योंकि इस समय ऑक्सीजन की बहुत कमी है और ऐसी स्थिति में सूर्या रोशनी फैक्ट्री के संचालकों ने मदद करने के लिए हाथ आगे बढ़ाया है.
ऑक्सीजन की कमी से गई थी दो जानें
शुक्रवार की रात जयारोग्य अस्पताल के मेडिसिन आईसीयू में ऑक्सीजन खत्म हो जाने से अफरा-तफरी मच गई थी. पूरी रात बेचैनी का माहौल रहा. इसके बाद आनन-फानन में सभी मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कराया गया. इस दौरान दो मरीजों ने दम तोड़ दिया.
अंचल के सभी फैक्ट्री संचालकों से किया अनुरोध
कोविड-19 प्रभारी और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सभी फैक्ट्री संचालकों से अनुरोध किया है, कि अगर उनकी फैक्ट्री में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित है, तो मरीजों की मदद के लिए आगे आएं. शासन और प्रशासन की मदद लेकर मरीजों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति करें.
मालनपुर, बामोर की फैक्ट्रियों में है ऑक्सीजन प्लांट
ग्वालियर चंबल अंचल में सबसे बड़े दो औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर और बामोर आते हैं. इसमें लगभग 300 से 400 छोटी और मल्टीनेशनल कंपनी हैं.
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इन कंपनियों में ऑक्सीजन प्लांट भी संचालित हो रहे हैं. अगर यह सभी कंपनी संचालक ऑक्सीजन प्लांट को मरीजों की मदद के लिए चालू करती हैं, तो ग्वालियर चंबल अंचल में मरीजों को भरपूर ऑक्सीजन मिल सकेगी.