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Millets Carnival begins in Raipur: मेहनतकश लोगों का समझा जाने वाला मिलेट्स अब अमीरों का है भोजन: सीएम भूपेश बघेल - Millets Carnival begins in Raipur

मिलेट्स को पहले मेहनतकश लोगों का भोजन समझा जाता था. मिलेट्स के बीज 12 वर्षों तक सुरक्षित रहते हैं, इसमें कीट नहीं लगता है. आज मिलेट्स अमीरों का भोजन बन गया है. यह कहना है छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बातें मिलेट्स कार्निवल के शुभारंभ के दौरान कही है. शुक्रवार को रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिलेट्स कार्निवल का शुभारंभ किया.

Millets Carnival 2023 inaugurated by CM Bhupesh
मिलेट्स कार्निवल का शुभारंभ
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Published : Feb 17, 2023, 9:53 PM IST

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिलेट्स कार्निवल का शुभारंभ किया

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मिलेट्स कार्निवल का आयोजन किया गया है, जिसका शुभारंभ आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया. यह मिलेट्स कार्निवल 19 फरवरी तक चलेगा. मिलेट्स कार्निवल का उद्देश्य मिलेट्स को लोगों के भोजन में शामिल करना तथा पोषक तत्वों के प्रति उन्हें जागरूक करना है. इस मिलेट्स कार्निवाल का आयोजन संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ और IIMR हैदराबाद ने किया है.

"मिलेट्स पोषक तत्वों से भरपूर": शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "पहले मिलेट्स को मेहनतकश लोगों का भोजन समझा जाता था. मिलेट्स के बीज में 12 वर्षों तक कीड़े नहीं लगते हैं. आज मिलेट्स अमीरों का भोजन बन गया है. क्योंकि सर्वाधिक शुगर के मरीज इसी वर्ग में हैं. मिलेट्स में शुगर कम से कम होता है, वह पोषक तत्व से भरपूर होता है. मिलेट्स के उत्पादन से, संग्रहण और प्रसंस्करण से रोजगार मिल रहा है."



मिलेट्स को मध्यान्ह भोजन में शामिल करने का ऐलान: इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिलेट्स को मध्यान्ह भोजन में शामिल किए जाने का भी ऐलान किया है. बघेल ने कहा कि "मिलेट्स का हब छत्तीसगढ़ है. देश में छत्तीसगढ़ पहला राज्य है, जहां कोदो, कुटकी और रागी का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया. इससे हमारे किसानों का उत्साह बढ़ा है. प्रदेश में साल में 55 हजार क्विंटल मिलेट्स की खरीदी हुई है. कोदो, कुटकी एवं रागी का बाजार मूल्य जहां पहले 12 से 15 रुपए प्रति किलो हुआ करता था, वह आज बढ़कर 25 से 28 रुपए तक पहुंच चुका है."

यह भी पढ़ें: Workshop on Mission Millets: अंबिकापुर में गर्भवती माताओं को दी गई "मिलेट्स" के फायदे की जानकारी


"मिलेट प्रोसेसिंग प्लांट से मिला रोजगार": सीएम ने कहा कि "कांकेर जिले के नथिया नवागांव में राज्य की कांग्रेस सरकार की आर्थिक मदद से देश का सबसे बड़ा मिलेट प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित हुआ है, जिसमें निजी क्षेत्र की भी भागीदारी है. प्रदेश में 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मिलेट की खेती की जा रही है. राज्य सरकार के प्रोत्साहन से मिलेट्स के उत्पादन रकबे में दो से ढाई गुना वृद्धि हुई है."



मिलेट कार्निवल का हुआ उद्घाटन: कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "आज मिलेट कार्निवल में मंत्री मोहम्मद अकबर और अन्य एक्सपर्ट भी यहां पर आए हुए हैं. दूसरे प्रदेश के लोग यहां पर आए हुए हैं. करीब 49 स्टाल लगे हैं, जिसमें 25 छत्तीसगढ़ के हैं. हमारे और हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक है. इसमें बहुत सारे फाइबर और मिरनल्स हैं. हमारे भोजन की थाली में इसे शामिल करना चाहिए. इसलिए यहां पर इसकी प्रदर्शनी लगाई गई है."

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिलेट्स कार्निवल का शुभारंभ किया

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मिलेट्स कार्निवल का आयोजन किया गया है, जिसका शुभारंभ आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया. यह मिलेट्स कार्निवल 19 फरवरी तक चलेगा. मिलेट्स कार्निवल का उद्देश्य मिलेट्स को लोगों के भोजन में शामिल करना तथा पोषक तत्वों के प्रति उन्हें जागरूक करना है. इस मिलेट्स कार्निवाल का आयोजन संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ और IIMR हैदराबाद ने किया है.

"मिलेट्स पोषक तत्वों से भरपूर": शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "पहले मिलेट्स को मेहनतकश लोगों का भोजन समझा जाता था. मिलेट्स के बीज में 12 वर्षों तक कीड़े नहीं लगते हैं. आज मिलेट्स अमीरों का भोजन बन गया है. क्योंकि सर्वाधिक शुगर के मरीज इसी वर्ग में हैं. मिलेट्स में शुगर कम से कम होता है, वह पोषक तत्व से भरपूर होता है. मिलेट्स के उत्पादन से, संग्रहण और प्रसंस्करण से रोजगार मिल रहा है."



मिलेट्स को मध्यान्ह भोजन में शामिल करने का ऐलान: इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिलेट्स को मध्यान्ह भोजन में शामिल किए जाने का भी ऐलान किया है. बघेल ने कहा कि "मिलेट्स का हब छत्तीसगढ़ है. देश में छत्तीसगढ़ पहला राज्य है, जहां कोदो, कुटकी और रागी का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया. इससे हमारे किसानों का उत्साह बढ़ा है. प्रदेश में साल में 55 हजार क्विंटल मिलेट्स की खरीदी हुई है. कोदो, कुटकी एवं रागी का बाजार मूल्य जहां पहले 12 से 15 रुपए प्रति किलो हुआ करता था, वह आज बढ़कर 25 से 28 रुपए तक पहुंच चुका है."

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"मिलेट प्रोसेसिंग प्लांट से मिला रोजगार": सीएम ने कहा कि "कांकेर जिले के नथिया नवागांव में राज्य की कांग्रेस सरकार की आर्थिक मदद से देश का सबसे बड़ा मिलेट प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित हुआ है, जिसमें निजी क्षेत्र की भी भागीदारी है. प्रदेश में 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मिलेट की खेती की जा रही है. राज्य सरकार के प्रोत्साहन से मिलेट्स के उत्पादन रकबे में दो से ढाई गुना वृद्धि हुई है."



मिलेट कार्निवल का हुआ उद्घाटन: कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "आज मिलेट कार्निवल में मंत्री मोहम्मद अकबर और अन्य एक्सपर्ट भी यहां पर आए हुए हैं. दूसरे प्रदेश के लोग यहां पर आए हुए हैं. करीब 49 स्टाल लगे हैं, जिसमें 25 छत्तीसगढ़ के हैं. हमारे और हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक है. इसमें बहुत सारे फाइबर और मिरनल्स हैं. हमारे भोजन की थाली में इसे शामिल करना चाहिए. इसलिए यहां पर इसकी प्रदर्शनी लगाई गई है."

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