नई दिल्ली : भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में संघर्ष के अन्य क्षेत्रों से सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के उद्देश्य को हासिल करने के लिए जल्द ही किसी तारीख पर अगले दौर की सैन्य स्तर की वार्ता आयोजित करने पर गुरुवार को सहमति व्यक्त की.
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लंबित मुद्दों के जल्द समाधान की जरूरत पर दोनों पक्षों ने सहमति जताई.
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, सीमा मामलों पर विचार विमर्श एवं समन्वय संबंधी कार्यकारी तंत्र (WMCC) की डिजिटल माध्यम से आयोजित बैठक में दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति के संबंध में 'स्पष्ट एवं गहराई' के साथ चर्चा की और पिछले सैन्य स्तर की वार्ता के बाद के घटनाक्रम की समीक्षा की.
मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस बात पर सहमति बनी कि वर्तमान द्विपक्षीय समझौतों एवं प्रोटोकॉल के अनुरूप पश्चिमी सेक्टर में एलएसी पर संघर्ष के सभी क्षेत्रों से पूरी तरह से पीछे हटने के उद्देश्य को हासिल करने के लिए जल्द ही किसी तारीख पर वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तर की अगले दौर (14वें) की बैठक आयोजित की जाएगी.
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र को आधिकारिक रूप से पश्चिमी सेक्टर के रूप में संबोधित किया जाता है.
बयान के अनुसार, इस बात पर भी सहमति बनी कि तब तक दोनों पक्ष अंतरिम रूप से जमीनी स्तर पर स्थिरता बनाये रखेंगे और किसी अप्रिय घटना से बचेंगे.
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इसमें कहा गया है, 'दोनों पक्षों ने विदेश मंत्री जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच सितंबर में दुशांबे में हुई बैठक के दौरान बनी इस सहमति को भी याद किया कि दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर शेष मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत करना जारी रखेंगे.'
(पीटीआई-भाषा)