रांची : झारखंड के साहिबगंज जिले में ऑपरेशन के बाद 12 लोगों की आंखों की रोशनी चले जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ, जब कई मरीज शिकायत लेकर आंखों का ऑपरेशन करने वाले बरहरवा स्थित झारखंड सेवा सदन नामक नर्सिंग होम पहुंचे. इस दौरान परिजनों ने हंगामा किया.
अस्पताल में ऑपरेशन कराने आए मरीजों ने ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए बताया कि 5 से 7 अक्टूबर के बीच उनकी आंखों का ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के दो दिनों तक सब कुछ ठीक रहा है, लेकिन इसके बाद उनकी आंखों की रोशनी गायब हो गई, उनको आंखों से दिखना बंद हो गया.
वहीं, अस्पताल में पीड़ितों और उनके परिजनों के हंगामे के बाद ऑपरेशन करने वाले आई स्पेशलिस्ट एचके विश्वास मौके से फरार हो गए.
बताया जा रहा है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पीड़ितों का इलाज किया जा रहा था.
इधर सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि पीड़ितों के आवेदन के बाद मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. निजी अस्पताल को लेकर सिविल सर्जन ने बताया कि यह अस्पताल रजिस्टर्ड है और किस वजह से लापरवाही हुई है. इसकी जांच के लिए टीम गठित कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. जांच में दोषी पाए जाने पर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा.
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मामला सामने आने के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि साहिबगंज में ऑपरेशन के बाद 12 मरीजों की आंखों की रोशनी जाने के मामले में संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन और साबिहगंज डीसी को निर्देश दिया हूं कि मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें.