तिरुवनंतपुरम : भारतीय जनता युवा मोर्चा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों ने सोमवार को केरल लोक सेवा के समर्थन में तिरुवनंतपुरम में केरल सरकार सचिवालय तक मार्च निकाला. इस दौरान पीएससी रैंक धारकों की मांगों के प्रदर्शन के दौरान झड़प हाे गई. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री और राज्य के अन्य मंत्रियों के पुतले जलाए. इस पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने से भाजयुमो के कई कार्यकर्ता घायल हो गए.
पुलिस ने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ वाटर कैनन और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया. कई घायल कार्यकर्ताओं को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. बीजेवाईएम कार्यकर्ताओं ने पुलिस कार्रवाई की आलोचना की और आरोप लगाया कि वह राज्य सरकार के इशारे पर काम कर रही है.
प्रदर्शन पीएससी रैंक धारकों की सूचियों की वैधता बढ़ाने की मांगों के समर्थन में था. प्रदर्शन सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के खिलाफ भी था. केरल के बीजेवाईएम के अध्यक्ष प्रफुल्ल कृष्णा ने कहा कि वे आज रात से भूख हड़ताल पर जा रहे हैं. सरकार अभी भी उनके साथ चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है.
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उन्होंने कहा, 'भाजयुमो पीएससी रैंक धारकों के साथ शुरू से खड़ा था. यदि उनकी मांगों की अवहेलना की गई तो राज्य के मंत्रियों को सड़क पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. भाजयुमो नेता ने कहा कि प्रशांत सिवान, युवा मोर्चा के अध्यक्ष, पलक्कड़ के सिर पर चोट लगी थी. इस बीच, विभिन्न पीएससी रैंक धारक सचिवालय के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें मांग की गई है कि 2017 में प्रकाशित अंतिम ग्रेड पीएससी (लोक सेवा आयोग) रैंक की वैधता को छह और महीने तक बढ़ाया जाए. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष शफी परम्बिल और उपाध्यक्ष के एस सबरीनाथन भी सचिवालय के बाहर अपनी भूख हड़ताल जारी रखे हुए हैं.