नई दिल्ली : दिल्ली में छठ पूजा के सार्वजनिक आयोजन की मांग को लेकर अब राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने इसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है.
मनोज तिवारी ने अपनी चिट्ठी में केजरीवाल को संबोधित करते हुए लिखा कि अगर वास्तव में वह छठ पूजा को प्रतिबंधित करने के लिए गंभीर होते तो सितंबर में ही प्रतिबंध लगाने की घोषणा करने से पहले केंद्र से दिशा-निर्देश जारी करने की मांग कर सकते थे.
मनोज तिवारी ने केजरीवाल पर हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा, बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आप लगातार हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं और दिल्ली में कट्टरपंथी मुस्लिम तुष्टीकरण के दोषी हैं. छठ पर्व पर रोक लगाकर भी हिंदू समाज की भावनाओं को आहत किया है. छठ केवल पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि भारत की समृद्ध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा का अभिन्न अंग भी है.
इसके पहले उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाने के लिए केजरीवाल को आड़े हाथों लिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा की केजरीवाल सरकार ने स्वीमिंग पूल खोलने की इजाजत दे दी है, लेकिन छठ पूजा पर रोक लगा दी है. इसे पूर्वांचल समाज किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा.
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सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के छठ पूजा करने से कोविड के फैलने की संभावना नहीं है, क्योंकि श्रद्धालु घुटनों तक पानी में जाकर पूजा करते हैं. जब लोग कोविड के किसी खतरे के बिना स्विमिंग पूल का आनंद ले सकते हैं, ऐसे में छठ पूजा कैसे संक्रमण का फैला सकती है जब श्रद्धालु केवल चंद घंटे के लिए पानी में जाते हैं.
दिल्ली सरकार छठ पूजा स्थलों पर प्रवेश के दौरान लोगों के शरीर का तापमान जांच सकती है और पूरे कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य कर सकती है. दिल्ली में छठ पर्व कोविड नियमों का पालन करते हुए मनाई जाएगी.
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दिल्ली में जब से DDMA ने छठ पर्व के सार्वजनिक आयोजन पर रोक लगाई है तभी से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी समेत अन्य नेता लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. मंगलवार को दिल्ली बीजेपी ने इसको लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन भी किया था, जिसमें मनोज तिवारी घायल हो गए थे और उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस प्रदर्शन के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को छठ पर्व के आयोजन के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की मांग करते हुए पत्र भी लिखा था, जिसके बाद मनोज तिवारी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को यह पत्र लिखा है.