नई दिल्ली: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने बृहस्पतिवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें राज्य की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सिंह ने शाह को मणिपुर में हालात सामान्य बनाने के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान मणिपुर की राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा हुई. शाह के साथ मुलाकात के दौरान सिंह के साथ मणिपुर के कुछ मंत्री भी थे. सिंह ने शाह से मुलाकात करने से पहले कहा, 'हम गृहमंत्री की सलाह लेने यहां आये हैं.'
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#WATCH | BJP national president JP Nadda and Manipur CM N Biren Singh leave from the residence of Union Home Minister Amit Shah in Delhi. pic.twitter.com/qD1lGaF9Zp
— ANI (@ANI) August 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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शाह और सिंह के बीच यह मुलाकात 29 अगस्त को हो रहे मणिपुर विधानसभा के एक दिवसीय सत्र से पहले हुई है. इससे पहले, राज्य के मंत्रिमंडल ने 21 अगस्त को सदन की बैठक बुलाई थी, लेकिन कैबिनेट की अनुशंसा के बावजूद राजभवन की ओर से कोई अधिसूचना जारी नहीं किए जाने के कारण मंत्रिमंडल को दोबारा सदन की बैठक बुलानी पड़ी. उसे बाद राज्य मंत्रिमंडल को फिर सत्र की तारीख के लिए सिफारिश करनी पड़ी.
कुकी विधायकों ने विधानसभा सत्र में भाग लेने में असमर्थता व्यक्त की है क्योंकि राज्य में जातीय हिंसा अब भी चल रही है. इन विधायकों में भाजपा के विधायक भी शामिल हैं. बुधवार को मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा था कि राज्य में स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है. मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
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राज्य में मेइती समुदाय की आबादी करीब 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे अधिकतर पर्वतीय जिलों में रहते हैं.
पीटीआई-भाषा