नई दिल्ली: भारत और मालदीव के विवाद के बीच एक बेहद महत्वपूर्ण खबर आ रही है. जानकारी के मुताबिक मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अगले कुछ हफ्ते में भारत की यात्रा पर आ सकते हैं. मालदीव राष्ट्रपति कार्यालय ने चीन के बाद इसी महीने के अंत में मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा का प्रस्ताव रखा है. बता दें, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपतियों की सबसे पहले भारत यात्रा करने की परंपरा को मुइज्जू ने तोड़ा है.
चीन दौरे पर हैं राष्ट्रपति मुइज्जू
एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक मुइज्जू सरकार के मंत्रियों की ओर से पीएम मोदी और भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी से पहले ये यात्रा प्रस्तावित थी. मालदीव ने जनवरी महीने के आखिर तक राष्ट्रपति मुइज्जू के भारत दौरे का प्रस्ताव रखा था.
हालांकि, विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की है. राष्ट्रपति मुइज्जू इस वक्त चीन के एक हफ्ते के दौरे पर हैं. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण के बाद मुइज्जू इस समय चीन की यात्रा पर हैं. उनकी चीन यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब द्वीप राष्ट्र अपने सबसे करीबी पारंपरिक सहयोगियों में से एक भारत के साथ राजनयिक विवाद में फंसा हुआ है. बता दें, मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने नवंबर 2023 में राष्ट्रपति का पद संभाला था. अपने चुनाव अभियान में, उन्होंने कहा कि वह अपने द्वीप राष्ट्र में लगभग 75 भारतीय सैन्य कर्मियों की एक छोटी टुकड़ी को हटा देंगे और मालदीव की 'भारत पहले' नीति को बदल देंगे.
ऐसे बढ़ा दोनों देशों के बीच विवाद
बता दें, मालदीव के कुछ राजनेताओं द्वारा हाल ही में लक्षद्वीप की यात्रा के बाद भारत और पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक झगड़े ने एक बदसूरत मोड़ ले लिया. भारत और मालदीव के बीच विवाद की शुरुआत पीएम मोदी के केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप दौरे की फोटोज सोशल मीडिया पर शेयर करने से हुई. इन तस्वीरें ट्वीट करते हुए पीएम ने देशवासियों से एक बार लक्षद्वीप जाने की अपील की थी.
मुइज्जू के भारत विरोधी रुख को देखते हुए सोशल मीडिया पर लोगों ने कहना शुरू किया कि देश के लोगों को मालदीव नहीं बल्कि लक्षद्वीप जाना चाहिए. इसके बाद पीएम मोदी की लक्षद्वीप की तस्वीरों पर मरियम शिउना जो मुइज्जू सरकार में मंत्री हैं उन्होंने निंदनीय टिप्पणी कर दी. जिसके बाद उनकी उस टिप्पणी की खूब आलोचना हुई और शिउना को अपना पोस्ट हटाना पड़ा. मालदीव के नेता मालशा शरीफ और महजूम माजिद ने भी लक्षद्वीप की पीएम मोदी की तस्वीरों पर निंदनीय टिप्पणी की. जिसके बाद यह विवाद बढ़ गया.
इस कारण उपमंत्रियों को किया गया निलंबित
मालदीव के युवा मंत्रालय के मंत्रियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर कई बड़ी हस्तियों समेत भारतीयों ने गुस्सा जताया. सोशल मीडिया पर मालदीव का बहिष्कार का करने को कहा जाने लगा. भारत में कई मशहूर लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर देश की जनता से मालदीव जाने के बजाय घरेलू पर्यटन स्थलों की यात्रा करने का निवेदन किया. सोशल मीडिया पर ऐसे दावे भी किए गए कि कुछ भारतीय मालदीव की अपनी इस टिप्पणी के बाद यात्रा रद्द कर रहे हैं.
वहीं इधर, पीएम मोदी के खिलाफ मालदीव नेताओं के द्वारा किए गए अभद्र टिप्पणी के बाद देश की सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए 7 जनवरी रविवार को मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने यह मामला मालदीव सरकार के सामने उठाया और कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. इसके बाद तीन मालदीव के उपमंत्रियों को निलंबित कर दिया गया.