विदिशा : गंजबासौदा (ganj basoda) के लाल पठार क्षेत्र में एक बच्चे को बचाने के दौरान करीब 40 लोग एक कुएं में गिर गए. जिनमें से 20 लोगों को बचा लिया गया है. 4 लोगों की मौत हुई है. एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीम बचाव कार्य में लगी हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश पर देर रात मंत्री विश्वास सारंग मौके पर पहुंचे. घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए गये हैं.
सीएम शिवराज खुद ले रहे हर अपडेट
घटना के बाद हर स्थिति पर सीएम शिवराज की नजर है. वह पल-पल की अपडेट ले रहे हैं. ट्विटर के माध्यम से भी वह मौके की जानकारी दे रहे हैं. सीएम शिवराज ने ट्वीट कर बताया कि मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं, इसके अलावा पीड़ितों को हरसंभव चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.
CM शिवराज के निर्देश पर बना कंट्रोल रूम
घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फौरन कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए. ट्वीट कर सीएम ने कहा, 'पूरी ताकत से प्रशासन राहत और बचाव कार्य में लगा हुआ है. मैंने इसी स्थान को कंट्रोल रूम बना दिया है. लगातार मैं सीधे राहत एवं बचाव कार्य के संपर्क में हूं. बेहतर से बेहतर प्रयास करके हम रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएंगे'.
मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल कमिश्नर पहुंचे
दूसरी तरफ, स्थिति पर नजर रखने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज के निर्देश पर मंत्री विश्वास सारंग और भोपाल कमिश्नर कवींद्र कियावत भी मौके पर पहुंच गए हैं. देर रात पहुंचे मंत्री सारंग और कमिश्नर ने मॉनिटरिंग का जिम्मा संभाला हुआ है.
सीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी
अब तक दो लोगों के शव निकाले जा चुके हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा, 'गंजबासौदा में हुई दुर्घटना में अब तक दो लोगों के निधन की दुखद सूचना मिली है, उनके शव निकाले जा चुके हैं. मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति दें. बचावकार्य अभी जारी है, मैं लगातार मॉनिटरिंग कर रहा हूं.'
गुरुवार रात दिल्ली रवाना हाेने वाले थे सीएम शिवराज
सीएम शिवराज सिंह चौहान गुरुवार रात 9 बजे दिल्ली रवाना होने वाले थे. लेकिन उनके जाने से पहले ही गंजबासौदा में ये हादसा हो गया. जिसके बाद सीएम ने अपना दिल्ली जाना कैंसिल कर दिया. उन्होंने रात को विदिशा में ही रुकने का फैसला लिया है.
कुएं में डूब रहे बच्चे काे बचाने गए थे लोग
जानकारी के अनुसार, कुएं में एक बच्चा डूब रहा था. जिसे बचाने के लिए कुछ लोग कुएं में कूद गए. बचाव कार्य देखने के लिए कई लोग कुएं की मुंडेर पर जमा हो गए. मुंडेर पर वजन बढ़ने से कुएं के आस पास की जमीन धंस गई, जिसके कारण यह हादसा हुआ. जमीन धंसने से 40 से ज्यादा लोग कुएं में गिर गए. अभी ये जानकारी नहीं मिल सकी थी कि बच्चा निकाला जा सका या नहीं.
नल जल योजना के तहत बना था कुआं
लाल पठार में नल जल योजना का एक पुराना कुआं बना था. जिसको छत बनाकर ढंक कर रखा गया था. बताया जाता है कि इसी में बने एक ढक्कन की जगह में से बच्चे कुएं में कूदकर नहाते थे.
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गुरुवार को भी कुछ बच्चे उसमें नहा रहे थे. तभी यह हादसा हुआ.